उधमपुर में पेट्रोलिंग के दौरान लैंडमाइन की चपेट में आने से सहारनपुर का 30 वर्षीय लाल निशांत घायल हाे गया था। उपचार के लिए निशांत काे जम्मू अस्पताल में भर्ती कराया था गया लेकिन चिकित्सक उन्हे बचा नहीं सके। निशांत के शहीद हाेने की खबर जैसे ही पहुंची ताे परिवार में काेहराम मच गया। शहीद निशांत का विवाह चार वर्ष पूर्व हुआ था। पत्नी सोनम शर्मा, मां ममता शर्मा, पिता जोगेंद्र शर्मा भाई ऋषभ व अनुभव पर तो जैसे यह खबर सुनते ही दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
यह खबर तेजी से पूरे जिले में फैल गई। खबर मिलते ही जिलेभर से लाेग निशांत के घर पहुंचे और परिवार काे लाेगाें काे हिम्मत बंधाई। रविवार रात काे जैसे ही निशांत का पार्थिव शरीर पहुंचा ताे एक बार फिर से परिवार में रुदन हाे गया। दुखी परिवार से मिले जिलाधिकारी अखिलेश सिंह व एसएसपी ने भी परिजनाें काे साहस बंधाया और शहीद निशांत शर्मा काे श्रद्धासुमन अर्पित किए। जिलाधिकारी ने परिवार काे बताया कि उतर प्रदेश सरकार ने श्रद्धांजलि स्वरूप 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता और परिवार में एक सदस्य काे सरकारी नौकरी और सहारनपुर की एक सड़क का नाम शहीद निशांत शर्मा के नाम पर किए जाने की घाेषणा की है। सीएम (UP CM Yogi Adityanath ) ट्वीट के माध्यम भी निशांत शर्मा काे श्रद्धाजंलि दी।
साेमवार सुबह पूरे राजकीय सम्मान के साथ निशांत शर्मा के पार्थिव शरीर काे पंचतत्व में विलीन कर दिया गया। अमर शहीद की अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लाेग शामिल हुए। अंतिम यात्रा के दाैरान माने पूरा सहारनपुर भारत की जय, जब तक सूरज चांद रहेगा निशांत तेरा नाम रहेगा और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारों से गूंज उठा।