छात्र-छात्राआें के हंगामे की वीडियाे देखने के लिए यहां क्लिक करें यह पूरा मामला दरअसल दून आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल की मेडिकल छात्राएं कॉलेज के हॉस्टल में ही रहती हैं। गर्ल्स हॉस्टल के बराबर में छात्राें हॉस्टल है। छात्राओं का आरोप है कि छात्राें के हॉस्टल का वार्डन गर्ल्स हॉस्टल में ताक झांक करता है। छात्राओं के साथ छेड़छाड़ करता है। छात्राएं यह आरोप पहले से लगाती आ रही हैं लेकिन अब छात्राओं ने वार्डन को रंगे हाथ पकड़ लिया और इसकी शिकायत पुलिस काे कर दी। माैके पर पहुंची पुलिस ने आराेपी काे हिरासत में ले लिया। बताया जाता है कि, इस बार भी जब वार्डन के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई ताे छात्र-छात्राआें ने हंगामा कर दिया आैर कॉलेज की पाेल खाेल दी। बताया कि एडमिशन के दाैरान अस्थाई दुकाने स्कूल में बनाई गई थी। कुछ दिन के लिए शिक्षक हायर किए गए थे। अब एडमिशन हाे जाने के बाद शिक्षक आैर दुकानें सब गायब हैं। प्रबंधन से लेकर वार्डन तक सभी आपस में रिश्तेदार हैं। यह घटना बुधवार रात की थी जिसके बाद छात्राओं ने प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए गुरुवार सुबह हंगामा शुरू कर दिया। आराेप है कि, इस दौरान आवाज उठाने पर प्रबंधक प्रवीण चौधरी और उनके रिश्तेदारों ने छात्र-छात्राओं काे धमकी देते हुए कहा कि अगर मामले में आवाज उठाई ताे एडमिशन रद्द कर दिए जाएंगे। इन आराेपाें में पुलिस ने प्रबंधक प्रवीण चौधरी और उसके तीन रिश्तेदाराें काे भी हिरासत में ले लिया। इस कॉलेज में उत्तर प्रदेश और बिहार राज्य की छात्र-छात्राएं पढ़ती हैं। उधर, कॉलेज के चेयरमैन प्रवीण चौधरी ने सभी आरोपों को गलत बताया है