उधर आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर ने भी प्रेस कांफ्रेंस करके समाजवादी पार्टी के दलित प्रेम पर सवाल खड़े किए। एक तरह से उन्होंने भी साफ कर दिया है कि उनका गठबंधन अब समाजवादी पार्टी से नहीं होगा। ऐसे में सहारनपुर के यह दो बड़े नेता अब किस तरह से चुनाव लड़ेंगे यह बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।
समाजवादी पार्टी से बात नहीं बनने के बाद इमरान मसूद को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं। एक चर्चा यह भी है कि समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव से बात न बनने के बाद अब इमरान मसूद, बसपा का दामन थाम सकते हैं। अगर इमरान मसूद बसपा में शामिल होते हैं तो सहारनपुर की सीटों पर एक बार फिर से प्रत्याशी बदल सकते हैं। ऐसा हम नहीं कर रहे बल्कि यह डर अब बसपा प्रत्याशियों को सता रहा है। दरअसल बसपा ने सहारनपुर में लगभग सभी सातों सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं और सभी प्रत्याशी तैयारियों में भी जुड़ चुके हैं लेकिन अब जब कांग्रेस नेता रहे इमरान मसूद के बसपा में शामिल होने कि अटकलें तेज़ हुई हैं तो ऐसे में इन प्रत्याशियों की धड़कनें भी बढ़ गई हैं।
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में मौसम भले ही ठंडा हो लेकिन यहां पर राजनीतिक तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी जो सबसे बाद में अपने प्रत्याशियों की घोषणा करती है उसने सहारनपुर की सभी सातों सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी भी लगभग तय है लेकिन अभी तक आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। अब सहारनपुर की जनता को इंतजार है कि इमरान मसूद कहां जाते हैं। रविवार काे एक बार फिर से फिर माहौल बदल गया जब हाल ही में भाजपा छोड़ सपा का दामन थामने वाले डॉक्टर धर्म सिंह सैनी ने कहा कि अभी इमरान मसूद की सपा प्रमुख से बात चल रही है जल्द सब कुछ ठीक हाे जाएगा।