उन्होंने कहा कि पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा उत्तर प्रदेश को चार भागों में बांटकर प्रथक पश्चिमी प्रदेश की लड़ाई लड़ रहा है। उत्तर प्रदेश देश ही नहीं दुनिया का सबसे बडा राज्य है। उत्तर प्रदेश का विभाजन यहां की 24 करोड़ जनता की उन्नति के लिए जरूरी है। जब तक उत्तर प्रदेश का विभाजन नहीं होगा तब तक पश्चिमी प्रदेश मुक्ति मोर्चा के लोग चैन से नही बैठेंगे।
उन्होंने कहा कि पश्चिमी प्रदेश मुक्ति मोर्चा जहां अलग राज्य की लड़ाई लड़ रहा है। वहीं गन्ना किसानों की लडाई भी लड़ रहा है। गन्ने का रेट कम से कम 600 रुपये क्विंटल होना चाहिए। इसके साथ प्रदेश की 119 चीनी मिलों पर गन्ना किसानों का साढ़े चार हजार करोड़ रुपये गन्ना भुगतान व चार हजार करोड़ रुपये ब्याज बकाया है। जब तक उत्तर प्रदेश के किसानों को गन्ना भुगतान ब्याज सहित नहीं होगा। पश्चिमी प्रदेश मुक्ति मोर्चा सड़क से संसद तक हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक किसानों की लड़ाई लड़ता रहेगा।