यहां सैक्साेलॉजिस्ट डा. शलभ जैन ने बताया कि ल्यूकाेरिया एक इंफेक्शन हैं, यह अधिकांश महिलाआें में हाे जाता है लेकिन महिलाएं इसके बारे में परिवार के किसी भी सदस्य यहां तक की अपने पति तक काे बताने से कतराती हैं। उन्हाेंने बताया कि ल्यूकाेरिया इंफेक्शन एक सप्ताह की दवाईयाें से ठीक हाे जाता है लेकिन दवाएं ना लेने की स्थिति में यह फैलता रहता है। इसके लगातार फैलने से इसके आैर अधिक बढ़ने की आशंका रहती हैं आैर इससे आैर भी परेशानियां जैसे कमजाेरी, मानसिक तनाव आैर थकान हाेने लगता है। इसलिए ल्यूकाेरिया काे छिपाना नहीं चाहिए आैर इसे सामान्य इंफेक्शन भी नहीं समझना चाहिए। इस इंफेक्शन का समय रहते इलाज बेहद जरूरी है।
इसिलए शरमाती हैं महिलाएं जब हमने डा. शलभ जैन से पूछा कि महिलाएं इस इंफेक्शन काे छिपाती क्याें हैं ? ताे उन्हाेंने बताया कि, दरअसल यह भ्रांतियां हैं कि ल्यूकाेरिया गुप्तांगाें काे गलत तरीके से छूने या छेड़ने हाेता है। सच्चाई यह है कि ल्यूकाेरिया एक साधारण इंफेक्शन हैं जाे कई कारणाें से हाेता है। एेसे में महिलाएं इस इंफेक्शन पर बात नहीं करती। उन्हे एेसा लगता है कि परिवार के सदस्य या पति इस इंफेक्शन काे लेकर काेई पूर्वाग्रह ना बना लें। उन्हाेंने बताया कि खुद उनके पास एेसी कई महिलाएं आती हैं जाे ल्यूकाेरियां पर परिवार के सदस्याें के साथ खुलकर बात नहीं करती। इस कार्यशाला से यह संदेश मिलता है भ्रामक विचाराें में नहीं पड़ना चाहिए आैर महिलाआें काे ल्यूकाेरियां इंफेक्शन पर खुलकर बात करनी चाहिए महज एक सप्ताह तक ही दवा लेने से इस इंफेक्शन काे पूरी तरह से खत्म किया जा सकता है।