जिला निर्वाचन कार्यालय से मिले आंकड़ों के मुताबिक एक नवंबर से पांच दिसंबर तक सहारनपुर की सभी सात विधानसभा सीटों में 87 हजार 488 आवेदन आये थे। इनमें से 28 हजार 857 ऐसे आवेदनकर्ता थे जिनकी उम्र 18 वर्ष हो गई है, यानी युवा हैं। कुल आवेदन और युवा मतदाताओं की संख्या को देखते हुए साफ हो गया है कि इस बार नई वोट बनवाने में महिलाओं ने पुरुषों से अधिक उत्साह दिखाया है और अपनी जिम्मेदारी को लेकर महिलाएं अधिक जिम्मेदार हैं।
मतदाता पुनरीक्षण अभियान पर एक नजर
नए वोट बनवाने के लिए कुल 87428 आवेदन आए
इनमें युवा मतदाताओं की संख्या 28857 है
जबकि इनमें 47 हजार 252 वोटर महिलाएं हैं
नई आवेदनों में 29 नए वोटर दिव्यांग हैं।
कोरोना की वजह से बड़ी संख्या में कम हुए मतदाता
एक ओर महिलाओं की जागरूकता के चलते वोटरों की संख्या बढ़ी है तो दूसरी और बुरी खबर है कि कोरोना वायरस की वजह से इस बार काफी लोगों की मौत हो गई और अकेले सहारनपुर में 20 हजार 999 वोटर नहीं रहे। इन सभी वोटर्स के वोट इसलिए कट गए क्योंकि इनकी मृत्यु हो गई। इस तरह 20 हजार 999 लोग मृतक होने के कारण मतदाता सूची से हट गए हैं। कोरोना का असर सिर्फ इसी रूप में नहीं पड़ा है। कई लोगों के कारोबार बंद होने की वजह से उन्होंने अपने स्थान बदल लिए हैं या नौकरी चले जाने के कारण अपने गांव में वापस चले गए हैं। ऐसे में शिफ्टेड 8 हजार142 मतदाताओं के नाम भी मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं।
एक ओर महिलाओं की जागरूकता के चलते वोटरों की संख्या बढ़ी है तो दूसरी और बुरी खबर है कि कोरोना वायरस की वजह से इस बार काफी लोगों की मौत हो गई और अकेले सहारनपुर में 20 हजार 999 वोटर नहीं रहे। इन सभी वोटर्स के वोट इसलिए कट गए क्योंकि इनकी मृत्यु हो गई। इस तरह 20 हजार 999 लोग मृतक होने के कारण मतदाता सूची से हट गए हैं। कोरोना का असर सिर्फ इसी रूप में नहीं पड़ा है। कई लोगों के कारोबार बंद होने की वजह से उन्होंने अपने स्थान बदल लिए हैं या नौकरी चले जाने के कारण अपने गांव में वापस चले गए हैं। ऐसे में शिफ्टेड 8 हजार142 मतदाताओं के नाम भी मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं।