भारत की सरकार को बांग्लादेश और पाकिस्तान की गतिविधियों पर नजर रखनी पड़ेगी। हम सियासत के लिए देश की बलि नहीं चढ़ा सकते। सियासत देश के लिए होनी चाहिए। मंगलवार को संभल के सैदनगली के सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में प्रेसवार्ता करते हुए कल्कि पीठाधीश्वर ने कहा कि राष्ट्र की एकता और सुरक्षा प्रथम है।
बांग्लादेश में बने हालातों से राष्ट्र की सुरक्षा को भी भयंकर खतरा पैदा हो गया है। उन्होंने तानाशाही पर पूछे गए सवाल पर कहा कि मुझे तो इस वक्त विपक्ष तानाशाह नजर आ रहा है। विपक्ष इस देश की सत्ता पर कब्जा करना चाहता है। इस देश की संपदा को लूटना चाहता है।
सरकारें सब ने चलाई हैं। जवाहर लाल नेहरू से लेकर डॉ. मनमोहन सिंह तक सरकारें चलीं। अब नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार चल रही है। अयोध्या का मामला हो या संसद निर्माण, अनुच्छेद 370 हो या सुप्रीम कोर्ट का कोई निर्णय, विपक्ष को संविधान में विश्वास नहीं है।
हर बात का विरोध करना गलत है। विपक्ष ने नरेंद्र मोदी से नफरत करते-करते देश से नफरत करना शुरू कर दिया है। जो राष्ट्र की सुरक्षा के लिए खतरा है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में भारतीय मूल के लोगों और हिंदुओं पर अत्याचार किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि किसी भी तरह से उनकी मदद की जाए और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आवाज उठाकर बांग्लादेश में बने हालातों और समस्या का समाधान करने के सकारात्मक प्रयास होने चाहिए।