विधानसभा चुनाव का हाल दरअसल, 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने संभल सीट से चुनाव लड़ा था। उसमें उन्हें पूरे प्रदेश में संभल में सबसे अधिक मत मिले थे। यहां डाॅ. शफीकुर्रहमान बर्क के पोते जियाउर्रहमान बर्क को मौका दिया गया था। अब लोकसभा चुनाव में डाॅ. शफीकुर्रहमान बर्क काे गठबंधन का प्रत्याशी बनाया गया है। वह समाजवादी पार्टी (सपा) के टिकट पर मैदान में हैं। ऐसे में एआईएमआईएम ने यहां से संभावनाएं देखते हुए ओवैसी से संभल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का आग्रह किया है।
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी, सपार्इयों की धड़कन बढ़ी
करीब 50 फीसदी है मुस्लिम आबादी बात करें संभल लोकसभा क्षेत्र की तो यहां मुस्लिम आबादी करीब 50 फीसदी है। अगर डॉ. शफीकुरर्रहमान बर्क के सामने ओवैसी खड़े होते हैं तो मुस्लिमों का बंटना तय है। उनके अलावा यहां से कांग्रेस नसीमुद्दीन सिद्दीकी पर दांव आजमा सकती है। इसके बाद मुस्लिम वाेटों के बंटवारे से सीधा-सीधा फायदा भाजपा को हो सकता है। बताया जा रहा है कि जल्द ही यहां से भाजपा का उम्मीदवार घोषित कर दिया जाएगा। आपको बता दें कि संभल में तीसरे चरण में 23 अप्रैल को मतदान होगा।