मौलाना असीम ने की थी देवबंद में पढ़ाई
अब आपके मन में एक सवाल आ रहा होगा कि एक आतंकी जिसकी मौत का दावा 5 साल पहले किया जा चुका है उसका वीडियो अल कायदा ने जारी क्यों किया? दरअसल वीडियो में दिख रहे अल कायदा इंडिया इन सबकॉन्टिनेंट के चीफ के तार सीधे सीधे भारत से जुड़े हुए हैं। भारत की सेंट्रल एजेंसियों ने जांच के बाद इस बात का खुलासा किया था कि मौलाना असीम उमर भारत का रहने वाला था।
उसका असली नाम सनाउल हक था। अल कायदा द्वारा जारी किए गए इस वीडियो में हिंदी में जेहाद की जरूरतें और उसकी बारीकियों को समझाने वाला आतंकी मौलाना असीम उमर उर्फ सनाउल हक उत्तर प्रदेश के संभल का रहने वाला था। मौलाना असीम उमर उर्फ सनाहुल हक देवबंद में पढ़ाई कर चुका था।
सेंट्रल एजेंसियों को शक है की वीडियो के जरिए भारत में अल कायदा नए सिरे से अपनी पैर जमाना चाहता है, नौजवानों को रेडक्लाइज करना चाहता है। यहां ये भी बताते चलें कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के भी अल कायदा संगठन में बड़े पैमाने पर दखल अंदाजी करती है। यहां तक कि ISI द्वारा अल कायदा मॉड्यूल को ऑपरेट करने के वक्त-वक्त पर सबूत मिलते रहे हैं, तो क्या हिंदी में बोल रहे आतंकी के इस वीडियो के पीछे ISI की भी कोई बड़ी चाल और साजिश है? खुफिया एजेंसी फिलहाल इस सवाल का जवाब तलाश रही है।