किस कंपनी ने कितना धन दिया मुख्यमंत्री ने कहा कि पी.एम.केयर फंड, जिसकी स्थापना कोविड -19 महामारी से लडऩे के लिए फंड एकत्रित करने के मकसद से की गई है, के लिए 7करोड़ रुपए का योगदान हावेइ से लिया गया। इसके अलावा अन्य चीनी कंपनी टिक -टॉक की तरफ से 30 करोड़, शियोमी की तरफ से 10 करोड़ और ओपो की तरफ से एक करोड़ दिए गए। उन्होंने कहा कि यह योगदान 2013 से शुरू हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह फंड तुरंत वापस करने चाहिएं क्योंकि भारत को कोविड -19 से लडऩे के लिए चीनी फंड की ज़रूरत नहीं। भारत इस चुनौती भरे समय के दौरान संकट का मुकाबला स्वयं करने की स्थिति में है।
यह दुख की बात कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि यह बहुत दुख की बात है कि एक तरफ़ चीनी हमारे सैनिकों को मार रहे थे और दूसरी तरफ़ प्रधानमंत्री केयर्स फंड में योगदान डाल रहे थे, जो अनुचित है और इसलिए यह फंड वापस किये जाने चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि संसद 1962 की भारत -चीन जंग से लेकर अब तक विचार करने का संसद सही मंच है। राहुल गांधी इस संवेदनशील मुद्दे पर अपनी पार्टी का पक्ष रखने पूरी तरह काबिल हैं। उन्होंने साथ ही इस सरहद पर तनाव को घटाने के लिए फ़ौजी और कूटनीतिक हल की ज़रूरत पर ज़ोर दिया।