मुख्यमंत्री की संवेदना भारत-चीन सरहद के नजदीक श्योक में अपनी जान देने वाले पटियाला के 24 वर्षीय नौजवान सैनिक के परिवार के साथ अपनी हमदर्दी जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार उनके परिवार की हर संभव मदद करेगी और पूर्ण सहयोग देगी। इससे पहले मुख्यमंत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘‘लद्दाख में लांस नायक सलीम खान के देहांत की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ। वह पटियाला जिले के गाँव मरदांहेड़ी का रहने वाला था। उसके परिवार के साथ मेरी दिली हमदर्दी है। देश अपने बहादुर सैनिक को सलाम करता है। जय हिंद।’’
गांव में दफनाया या सलीम खान के पार्थिव शरीर को आज उसके गाँव में पूरे सैनिक सम्मान के साथ दफनाया गया। राज्य सरकार की तरफ से कैबिनेट मंत्री साधु सिंह धर्मसोत ने श्रद्धाँजलि भेंट की। 996 में जन्मे सलीम खान फरवरी 2014 में भारतीय सेना की बंगाल इंजीनियरिंग रेजिमेंट में शामिल हुए। सलीम के परिवार में मां, एक शादीशुदा बहन सुल्ताना और एक बड़ा भाई नियामत अली हैं। सलीम खान के पिता मंगलदीन भी रिटायर फौजी थे, जिनकी बाद में मौत हो गई थी। मंगलदीन आर्मी में ड्यूटी के दौरान एक हादसे में घायल हो गए थे। इसके बाद वह सेवानिवृत्त हो गए थे।