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हजूर साहिब नांदेड़ से लौटे सिख श्रद्धालुओं के बारे में नई जानकारी

locationसैनग्रूरPublished: May 06, 2020 03:18:03 pm

Submitted by:

Bhanu Pratap

– महाराष्ट्र से पंजाब में सिख श्रद्धालुओं के बीच आए थे गैर श्रद्धालु
-अकाली नेता चंदूमाजरा ने किया था महाराष्ट्र सरकार से आग्रह
– दिग्विजय सिंह ने सिख श्रद्धालुओं को दी तबलीगी जमात की संज्ञा

Gurudwara Hazur Sahib

Gurudwara Hazur Sahib

चंडीगढ़/अमृतसर। हजूर साहिब नांदेड से पंजाब में आए 6500 सिख श्रद्धालुओं के कारण पूरा पंजाब रेड जोन में आ गया है। इसके साथ ही अब इस मामले पर सियासत शुरू हो गई है। अकाली दल इसे सरकार की नाकामी बताते हुए हुए सरकार के स्वास्थ्य मंत्री को इस्तीफा देने का दबाव बना रहे हैं। कांग्रेस के कुछ नेता पलट कर यह जवाब दे रहे हैं कि यह सारा किया धरा अकाली दल का है। सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो वायरल हुए जिससे अलग-अलग तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। साथ ही कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह ने सिख श्रद्धालुओं की तबलीगी जमात तुलना कर दी। अकाली दल ने करारा जवाब देते हुए कहा था कि कांग्रेस तो पुराने समय से ही सिखों को आतंकवाद की संज्ञा देती आई है। ऐसे में इस तरह की बात करना कोई बड़ी बात नहीं है। कांग्रेस हमेशा से सिखों की साख को बट्टा लगाती आई है और लगाती रहेगी। पंजाब के ग्रामीण विकास और पंचायत मंत्री तृप्त राजिन्दर सिंह बाजवा ने शिरोमणि अकाली दल के नेताओं पर हजूर साहिब से आए श्रद्धालुओं का हाल-चाल जानने की बजाय संकुचित राजनीति का आरोप लगाया है।
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अकाली नेता चंदूमाजरा का वीडियो

इधर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें अकाली नेता चंदूमाजरा एक पत्रकार से बातचीत करते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में कहा गया है कि पंजाब सरकार की ओर से महाराष्ट्र के नांदेड़ साहब से जब सिख श्रद्धालु लाए जा रहे थे तब चंदूमाजरा ने महाराष्ट्र में अलग-अलग जगह पर ठहरे हुए कुछ सिखों को इन श्रद्धालुओं के साथ भेजने के लिए महाराष्ट्र सरकार से गुजारिश की थी। इस गुजारिश को महाराष्ट्र सरकार ने मान लिया था और उन सिखों को भी इन श्रद्धालुओं के साथ पंजाब में भेजा गया था। इस पर चुटकी लेते हुए अमृतसर से कांग्रेसी विधायक राज कुमार वेरका ने कहा है कि यह सब अकाली दल का किराया किया धरा है। उन्होंने पंजाब के लोगों के साथ साजिश की है। जानबूझकर सिखों के बीच में महाराष्ट्र से गैर श्रद्धालुओं को बस में बिठाया है, जिस वजह से पंजाब में करोना बम फटा है।
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पंजाब सरकार के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका

पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट के वकील संदीप गोडसी पंजाब सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहते हैं कि पंजाब सरकार ने 6500 श्रद्धालुओं को महाराष्ट्र से पंजाब में लाने की सबसे बड़ी गलती की। ऊपर से पंजाब सरकार अपना किया धरा दूसरों के माथे मढ़ रही है। उन्होंने बताया कि उन्होंने पंजाब सरकार के खिलाफ हाईकोर्ट में एक रिट दायर की है, जिसमें पंजाब सरकार द्वारा डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट का खुलेआम उल्लंघन करने का मामला दर्ज करने की सिफारिश की है। उन्होंने बताया कि पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिद्धू पहले तो महाराष्ट्र से 6506 सिख श्रद्धालुओं को पंजाब बुलाते हैं फिर बिना किसी चेकअप के बस से उतारते हुए सीधा उन्हें घर भेज देते हैं। जब पूरी दुनिया कोरोना महामारी की चपेट में है तो क्या पंजाब सरकार के मंत्री यह भूल गए हैं कि बाहर से जो भी व्यक्ति अपने घर आता है तो वह घर के बाहर पहले अपने आपको सैनिटाइज करता है फिर घर के अंदर जाता है ताकि उसका परिवार सुरक्षित रहे. पर पंजाब सरकार के डीसीओ, चीफ सेक्रेटरी और स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू की लापरवाही ने पूरे पंजाब को रेड जोन में लाकर खड़ा कर दिया है। उन्होंने बताया कि जब सिख श्रद्धालु पंजाब वापस आए थे तो जिले के डीसी का फर्ज बनता था कि उन्हें एकांतवास में ठहराया जाए जो कि किसी ने नहीं किया। जितने भी श्रद्धालु बाहर से आए थे उन्हें सीधा अपने घर भेज दिया। मान लिया कि उनमें गैर श्रद्धालु भी थे तो अगर गैर श्रद्धालु भी होते तो इन श्रद्धालुओं को एकांतवास में रखने से वह सभी सामने आ जाते और दूध का दूध पानी का पानी हो जाता। पंजाब सरकार केंद्र सरकार से फंड लेने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है।
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