यह भी पढ़ें कोरोवायरसः शिरोमणि अकाली दल ने स्वास्थ्य मंत्री से मांगा इस्तीफा पंजाब सरकार के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट के वकील संदीप गोडसी पंजाब सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहते हैं कि पंजाब सरकार ने 6500 श्रद्धालुओं को महाराष्ट्र से पंजाब में लाने की सबसे बड़ी गलती की। ऊपर से पंजाब सरकार अपना किया धरा दूसरों के माथे मढ़ रही है। उन्होंने बताया कि उन्होंने पंजाब सरकार के खिलाफ हाईकोर्ट में एक रिट दायर की है, जिसमें पंजाब सरकार द्वारा डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट का खुलेआम उल्लंघन करने का मामला दर्ज करने की सिफारिश की है। उन्होंने बताया कि पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिद्धू पहले तो महाराष्ट्र से 6506 सिख श्रद्धालुओं को पंजाब बुलाते हैं फिर बिना किसी चेकअप के बस से उतारते हुए सीधा उन्हें घर भेज देते हैं। जब पूरी दुनिया कोरोना महामारी की चपेट में है तो क्या पंजाब सरकार के मंत्री यह भूल गए हैं कि बाहर से जो भी व्यक्ति अपने घर आता है तो वह घर के बाहर पहले अपने आपको सैनिटाइज करता है फिर घर के अंदर जाता है ताकि उसका परिवार सुरक्षित रहे. पर पंजाब सरकार के डीसीओ, चीफ सेक्रेटरी और स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू की लापरवाही ने पूरे पंजाब को रेड जोन में लाकर खड़ा कर दिया है। उन्होंने बताया कि जब सिख श्रद्धालु पंजाब वापस आए थे तो जिले के डीसी का फर्ज बनता था कि उन्हें एकांतवास में ठहराया जाए जो कि किसी ने नहीं किया। जितने भी श्रद्धालु बाहर से आए थे उन्हें सीधा अपने घर भेज दिया। मान लिया कि उनमें गैर श्रद्धालु भी थे तो अगर गैर श्रद्धालु भी होते तो इन श्रद्धालुओं को एकांतवास में रखने से वह सभी सामने आ जाते और दूध का दूध पानी का पानी हो जाता। पंजाब सरकार केंद्र सरकार से फंड लेने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है।