बतादें कि जिले के चोर केंद्रों पर टीईटी परीक्षा के लिए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने शांतिपूर्ण परीक्षा कराने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। इस पूरी परीक्षा के निगरानी में डीएम से लेकर एसपी तक और तीनों तहसील के एसडीएम चेकिंग अभियान में लगे रहे। वही टीईटी की पहली पाली की परीक्षा के दौरान खलीलाबाद के हीरालाल राम निवास स्नातकोत्तर महाविद्यालय में परीक्षा देने आए परवेज़ खान नामक छात्र को चिट के साथ गाईडी कर रहे अध्यापक अमरनाथ पांडे ने रंगेहाथ पकड़ कर पुलिस के हवाले करदिया। पकड़ा गया नकलची छात्र महराजगंज ज़िले का निवासी है वहीं एचआर पीजी कालेज के प्राचार्य डीडी सिंह ने बताया की बरामद की गई चिट टीईटी पेपर से पूरी तरह से मैच कर रहा है। बताया कि पकड़े गए छात्र के पास जो दस्तावेज़ मौजूद हैं वो भी संदिग्ध लग रहे है। वहीं प्राचार्य ने पकड़े गए मुन्ना भाई को पुलिस के हवाले कर मुकदमा दर्ज करने के लिए पुलिस को तहरीर देकर कार्यवाई की मांग की है। वहीं प्राचार्य के बयान पर अगर गौर करें कि पकड़े गए छात्र के पास से जो चिट मिली है वो टीईटी के पेपर से मेल कर रहा है।
तो ऐसे में एक बड़ा सवाल ज़रूर खड़ा होता है कि क्या वाकई में टीईटी का पेपर कहीं से लीक हुआ है। क्यूंकि टीईटी परीक्षा के पेपर का आन्सर अगर किसी अभ्यर्थी के पास चिट पर लिखा हुआ मिल जाये तो सवाल उठना लाज़मी है। कि आखिर पेपर में दिए गए सवाल का जवाब आखिर चिट में लिखा हुआ पकड़े गए मुन्ना भाई के पास कहां से आया। ये एक गम्भीर सवाल खड़ा करता है जो अब जांच के बाद ही पूरा मामला सामने आ पायेगा।