ये हैं भ्रष्टाचार से जुड़े बीते छह महीनों के 5 बड़े मामले, 42 दिन में 6 पुलिसकर्मी भ्रष्टाचार में फंस चुके हैं
पुलिस विभाग में बढ़ते भ्रष्टाचार पर लगाम कसने के लिए एंटी करप्शन लगातार सक्रिय है। गोरखपुर एसएसपी आॅफिस के क्लर्क को घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार करने के बाद संतकबीरनगर में एक दरोगा को गिरफ्तार किया गया है। एंटी करप्शन घूसखोर दरोगा को गिरफ्तार कर अपने साथ पूछताछ को लेकर गई है। लखनउ से आई एंटी करप्शन टीम ने संतकबीरनगर के मेंहदावल बाइपास के पास से उसे गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार दरोगा का नाम श्रीकांत चौबे है।
खलीलाबाद कोतवाली में तैनात उपनिरीक्षक श्रीकांत चौबे के खिलाफ गोरखपुर के बांसगांव क्षेत्र के रहने वाले शत्रुघ्न सिंह ने एंटी करप्शन विभाग में शिकायत दर्ज कराई थी। शत्रुघ्न ने शिकायत की थी कि एक पुराने केस की विवेचना में रिपोर्ट लगाने के लिए बीस हजार रुपये की मांग विवेचक श्रीकांत चौबे द्वारा की जा रही है।
शिकायत मिलने के बाद लखनऊ की एंटी करप्शन टीम संतकबीरनगर पहुंची। वहां समन्वय बनाने और अधिकारियों को कार्रवाई के संबंध में आवश्यक आदेश लेने के बाद मेंहदावल बाइपास के पास पीड़ित शत्रुघ्न सिंह से बीस हजार रुपये लेते हुए एसआई श्रीकांत चौबे को रंगे हाथ पकड़ लिया। एंटी करप्शन टीम से घिर जाने के बाद दरोगा श्रीकांत उनसे भिड़ गए। दरोगा के साथ अन्य पुलिसवाले भी वहां दौड़े हुए पहुंचे। मारपीट की नौबत आ गई। इसी बीच अन्य पुलिसवालों को जानकारी हुई कि एंटी करप्शन की टीम ने कार्रवाई की है तो वे शांत हो गए। लेकिन रंगे हाथ पकड़ा गया दरोगा भरसक छूटने का प्रयास किया। उधर, दरोगा को रंगे हाथ गिरफ्तार करने के बाद एंटी करप्शन टीम उसे लेकर संतकबीरनगर के महुली थाना पहुंची। वहीं, महुली थाने में घूसखोर दरोगा के खिलाफ केस दर्ज कराने के बाद पुलिस के हवाले कर दिया।