विश्व को मानवता का संदेश देने वाले महान सूफी संतकबीर की महापरिनिर्वाण स्थली पर वर्ष 1987 से लगातार मगहर महोत्सव का आयोजन होता आ रहा था। जो 2012 और 2017 में मगहर महोत्सव का आयोजन विधानसभा चुनाव के मद्देनजर महोत्सव समिति ने स्थगित करने का फैसला लिया था। प्रत्येक वर्ष सदगुरु कबीर की याद कबीर निर्वाण स्थली के सामने सप्ताह भर सांप्रदायिक सौहार्द एवं सांस्कृतिक मेला, मगहर महोत्सव के नाम से लगता है। इस महोत्सव में कबीर के अनुरूप सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इसके अलावा देश के विभिन्न राज्यों से दुकानदार अपनी दुकानों को लेकर मेले में आते हैं। इस महोत्सव का उद्देश्य सदगुरु कबीर साहब के विचारों को देश विदेश तक फैलाने का है।
महोत्सव के आयोजन में पर्यटन विकास विभाग द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जाती है। जिससे आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों को कबीर के अनुरूप प्रस्तुत किया जाता है। इस बार मगहर महोत्सव 2018 के आयोजन को लेकर महोत्सव समिति तथा जिला प्रशासन अभी तक किसी तरह की सक्रियता नहीं दिखा रहा है। जिससे दूर दराज से आने वाले दुकानदार तथा आसपास के लोगों में मगहर महोत्सव के आयोजन को लेकर उनके माथे पर चिंता की लकीरें नज़र आ रही है । क्यूंकि मगहर महोत्सव के आयोजन में एक माह से कम का समय शेष रह गया है।
इस संबंध में मगहर महोत्सव समिति के वयोवृद्ध संस्थापक सदस्य वेद प्रकाश चौबे ने कहा कि मगहर महोत्सव 2018 मेरे जीवनकाल में ही आयोजित होगा लेकिन अभी तक महोत्सव की तैयारी बैठक की कोई आधिकारिक सूचना उन्हें नहीं है। आपको बता दें कि मगहर महोत्सव 12 जनवरी से लेकर 18 जनवरी तक चलता है और इस महोत्सव में यूपी सरकार का भी काफी योगदान रहता और महोत्सव का उद्घाटन सरकार के किसी मंत्री या जनप्रतिनिधि के द्वारा कराया जाता है और इस 6 दिन चलने वाले मगहर महोत्सव देश के अलावा विदेशों से भी कबीर के अनुयायी पहुंचते हैं, लेकिन महज़ एक महीने का वक्त बचा हुआ है और अभी तक ज़िला प्रशासन ने कोई भी पहल नही की है कि आखिर मगहर महोत्सव 2018 का आयोजन होगा या इसबार का मगहर महोत्सव भी किसी वजह से टल जायेगा ।
BY- नजमुल होदा