दरअसल महिला का आरोप है कि अधिकारी अपने कुर्सी के रौब से पुलिस पर दबाव बनाकर पूरे मामले को प्रभावित करना चाह रहा है। जिसकी वजह से शिकायत के बाद भी पुलिस उस पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं कर रही है। वहीं महिला की आत्महत्या की धमकी में बाद पूरे प्रशासन में हडकंप मचा हुआ है।
बतादें कि जिले के चकंदी विभाग में पेशकार पद पर तैनात महिला का कहना है कि तीन माह पहले हुए तबादले के बाद वह अधिकारी के घर इस बाबत बात करने पहुंची थी। महिला के साथ उसका पति भी अधिकारी से मिलने गया था। महिला ने बताया कि जब वह अधिकारी के घर मिलने के लिए पहुंची तो उसका पति घर के बाहर ही बैठा। जबकि वह अधिकारी के कमरे में बात करने लगी।
महिला ने आरोप लगाया है कि जैसे ही वह अधिकारी के साथ कुछ देर तक अपने तबादले के संबन्ध में बात कर रही थी। इसी बीच अधिकारी की नीयत बिगड़ गई। वह मौका पाकर महिला के साथ छेड़खानी करने लगा। जिसके बाद वह अपना बचाव करने के लिए जोर से चिल्लाने लगी। इतना ही अधिकारी के किचन के पास बेलन देखकर उसने बेलन से अधिकारी पर वार भी किया। ताकि वह उससे बच सके। बेलन से वार करने की बात महिला ने खुद कबूल भी किया है। इधर बाहर से पति आवाज सुनकरआया और किसी तरह से वह वहां से अधिकारी के चंगुल से बच पाई।
कुर्सी के बल करा दिया मुकदमा
महिला का आरोप है कि जब अधिकारी उसके साथ छेड़छाड़ करने में कामयाब न हो सका तो उसने उसे परेशान करने की ठानी और महिला कर्मचारी पर मुकदमा दर्ज करा दिया। उसने बताया कि उसने अपनी आबरु बचाने के लिए बेलन से अधिकारी पर हमला किया था। जिसके आरोप में अधिकारी ने उस पर मुकदमा कायम करा दिया।
हालांकि पूरे मामले पर जब पत्रिका संवाददाता ने जब अधिकारी से बात करने की कोशिश की तो उनका फोन नहीं लगा। जिसकी वजह से अधिकारी के पक्ष को नहीं जाना जा सका कि आखिर महिला के आरोप में कितनी सच्चाई है। वहीं पत्रिका से मामले पर बातचीत में जिलाधिकारी मार्कण्डेय शाही ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में है और जल्द ही जांचकर कार्रवाई की जायेगी।