विस चुनाव के लिए 27 फरवरी 1990 को मतदान हुआ। क्षेत्र में मतदताओं की संख्या 1,20,736 थी। जिसमें 63,878 पुरुष और 56858 महिलाएं थीं। लेकिन, मतदान सिर्फ 72.742 ने किया। 60.25 फीसदी मतदान में रामानंद 28,813 मतों के साथ निर्वाचित हुए। दूसरे नंबर पर निर्दलीय प्रत्याशी प्रेमसिंह को 16,264 वोट मिले। जबकि, कांग्रेस के रामचंद्र बाजपेई 14,460 वोट मिले। और, वो तीसरे स्थान पर रहे। प्रत्याशी विहीन भाजपा को 1475 मतदाताओं ने धोखे में मतदान किया। जबकि, रामदास मैदान से हट चुके थे। पार्टी जमानत भी न बचा सकी थी।
समझौते की रणनीति का भाजपा कार्यकर्ताओं में मलाल रहा। उनका मानना था, चुनाव जीता जा सकता था। प्रत्याशी की घोषणा के बाद ऐसा उचित नहीं था। फिर उस स्थिति में तो बिलकुल नहीं, जब प्रत्याशी और कार्यकर्ता प्रचार में लग चुके थे। बावजूद, पार्टी की मर्यादा और अनुशासन के चलते किसी ने विरोध नहीं किया। बल्कि, जनता दल प्रत्याशी रामानंद का ही काम किया।
चुनाव में 17 प्रत्याशी थे। बसपा चौथे स्थान पर रही। उसके प्रत्याशी कमलेश पटेल को 3754 वोट मिले। सबसे कम वोट पाने वाले प्रत्याशी निर्दलीय राकेश कुमार थे। उन्हें महज 41 याने दशमलव 6 फीसदी मतदाताओंं ने ही वोट दिए।