23 वर्षीय पीडि़ता का आरोप है, उसे बेटा नहीं हो रहा। इसलिए उसने साधु से बेटा होने का उपाय पूछा। साधु ने कहा कि रात 12 बजे पूजा करेगा और इसके बारे में पति को न बताए। बेटे की चाहत में महिला शांत रही और ठीक 12 बजे पति व बेटी को छत पर सोते छोड़ आश्रम में नीचे चली आई। वहां साधु पहले से पूजा करने का वेश बनाए बैठा था। पूजा शुरू करने के बाद साधु ने उसे कपड़े खोलने को कहा। जब उसने विरोध किया, तो साधु ने धमकाया कि पति व बेटी को वह मार देगा। इस डर से महिला सहम गई और फिर साधु ने उसके साथ दुष्कर्म किया। दुष्कर्म के बाद पीडि़ता पति के पास पहुंची और उसे आपबीती सुनाई। दंपती डरा हुआ था, इसलिए रात को कुछ नहीं किया। सुबह दोनों अपनी बेटी के साथ चुप्पी साधे आश्रम से निकले और थाने पहुंच गए।
पुलिस ने पीडि़ता का मेडिकल परीक्षण कराने के बाद आरोपी के खिलाफ आइपीसी की धारा 376, 506 के तहत अपराध कायम किया है। पुलिस का कहना है कि जांच में यह बात सामने आई कि जहां घटना हुई वहां दो से तीन साधु रहते हैं। आरोपी का सुराग लगा लिया है। जल्द ही पुलिस उसकी गिरफ्तारी कर लेगी।