चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए
इस सर्वे में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई कि यहां सबसे ज्यादा विदेशी प्रजातियों के पौधे लगे हैं। सबसे ज्यादा २८५ पौधे मैत्री पार्क में पाए गए जिनमें 143 रॉयल पॉम के पौधे हैं। पार्कों में कुल 390 रॉयल पॉम के पौधे पाए गए। शीशम के २०१, नीम के १५६, अशोक के 150, गुलमोहर के 114, कनेर के 78, वोगन वेलिया के ७४, ब्लैक बोर्ड ट्री (सप्तपर्ण) के ७०, अमरूद के ६७, कदम के ५७, सेमर ४८, आम ३९, जामुन ३६, जंगल जलेबी ३४, सागौन २७ पौधे मिले। इसके अलावा सबसे कम प्रजातियों के पौधे जो मिले उनमें महुआ २, बेल ६, गहार ९, गूलर १३, अर्जुन १३, कचनार २०, यूकेलिप्टस १९, सीताफल के १४, पीपल ४४ और बरगद के २५ पौधे पाए गए।
इस सर्वे में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई कि यहां सबसे ज्यादा विदेशी प्रजातियों के पौधे लगे हैं। सबसे ज्यादा २८५ पौधे मैत्री पार्क में पाए गए जिनमें 143 रॉयल पॉम के पौधे हैं। पार्कों में कुल 390 रॉयल पॉम के पौधे पाए गए। शीशम के २०१, नीम के १५६, अशोक के 150, गुलमोहर के 114, कनेर के 78, वोगन वेलिया के ७४, ब्लैक बोर्ड ट्री (सप्तपर्ण) के ७०, अमरूद के ६७, कदम के ५७, सेमर ४८, आम ३९, जामुन ३६, जंगल जलेबी ३४, सागौन २७ पौधे मिले। इसके अलावा सबसे कम प्रजातियों के पौधे जो मिले उनमें महुआ २, बेल ६, गहार ९, गूलर १३, अर्जुन १३, कचनार २०, यूकेलिप्टस १९, सीताफल के १४, पीपल ४४ और बरगद के २५ पौधे पाए गए।
दो पार्क पौधे विहीन, चलेगा अभियान
सर्वे के दौरान पाया गया कि निगम के दो पार्क पौधे विहीन हो गए हैं। इनमें पंजाबी कालोनी और विराट नगर के पार्क की दीवार में कुछ शरारती तत्वों ने इनकी बाउण्ड्री तोड़ दी है। पौधे या तो नष्ट कर दिए गये या चुरा लिए गए हैं। अब यहां स्थानीय लोग घरों का कचरा फेंकते हैं। यह जानकारी मिलने पर निगमायुक्त ने यहां सघन पौधरोपण कराने का निर्णय लिया है। यहां पौधरोपण के बाद यहां के बच्चों को इनकी निगरानी सौंपी जाएगी।
सर्वे के दौरान पाया गया कि निगम के दो पार्क पौधे विहीन हो गए हैं। इनमें पंजाबी कालोनी और विराट नगर के पार्क की दीवार में कुछ शरारती तत्वों ने इनकी बाउण्ड्री तोड़ दी है। पौधे या तो नष्ट कर दिए गये या चुरा लिए गए हैं। अब यहां स्थानीय लोग घरों का कचरा फेंकते हैं। यह जानकारी मिलने पर निगमायुक्त ने यहां सघन पौधरोपण कराने का निर्णय लिया है। यहां पौधरोपण के बाद यहां के बच्चों को इनकी निगरानी सौंपी जाएगी।
एक पेड़ में तीन प्रजातियां
सोमवार को चौपाटी के पौधों की गिनती और क्यूआर कोड लगाने का काम किया गया। यहां एक पेड ऐसा मिला जिसमें तीन प्रजातियों के पौधे हैं। इसमें पीपल, बरगद और शीशम के पेड़ एक साथ मिले। अब इनका अलग क्यूआर कोड तैयार किया जाएगा। जिसके जरिये लोग इन पौधों के वैज्ञानिक नाम, इनके लाभ और अन्य जानकारियां पा सकेंगे।
सोमवार को चौपाटी के पौधों की गिनती और क्यूआर कोड लगाने का काम किया गया। यहां एक पेड ऐसा मिला जिसमें तीन प्रजातियों के पौधे हैं। इसमें पीपल, बरगद और शीशम के पेड़ एक साथ मिले। अब इनका अलग क्यूआर कोड तैयार किया जाएगा। जिसके जरिये लोग इन पौधों के वैज्ञानिक नाम, इनके लाभ और अन्य जानकारियां पा सकेंगे।