पुलिस का कहना है कि शाम करीब 6 बजे बाइपास मार्ग पर कारगिल ढाबा के पास दबिश देने पर आरोपी अंधेरे का फायदा उठाते हुए गाड़ी छोड़कर भाग निकला। ऐसे में मौके से बिना नंबर की मोटर साइकिल व 405 सीसी कफ सीरप जब्त की गई है। जबकि हकीकत कुछ और है। दोपहर पौने दो बजे ही सोशल मीडिया में खबर वायरल हो गई थी कि पुलिस ने बाइपास पर कारगिल ढाबा के पास से एक व्यक्ति से 6 पेटी सीरप पकड़ा है।
ये है मामला
सूत्रों के अनुसार, रामपुर के कुरमिहा टोला निवासी युवक शहर से कफ सीरप की खेप लेकर गांव जा रहा था। पुलिस पहले से अलर्ट थी। घेराबंदी कर आरोपी को पकड़ा गया। उसके कब्जे से सीरप जब्त की गई। इसके बाद पता चला कि आरोपी के मौके से भागने के बाद अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया गया है। जबकि पहले से इस बात की आशंका जताई जा रही थी कि पुलिस इस मामले में बड़ा खेल करने वाली है।
सूत्रों के अनुसार, रामपुर के कुरमिहा टोला निवासी युवक शहर से कफ सीरप की खेप लेकर गांव जा रहा था। पुलिस पहले से अलर्ट थी। घेराबंदी कर आरोपी को पकड़ा गया। उसके कब्जे से सीरप जब्त की गई। इसके बाद पता चला कि आरोपी के मौके से भागने के बाद अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया गया है। जबकि पहले से इस बात की आशंका जताई जा रही थी कि पुलिस इस मामले में बड़ा खेल करने वाली है।
गठबंधन का कारोबार
कफ सीरप औषधि की श्रेणी में आता है। इसलिए इस पर रोक लगाने का पहला काम ड्रग अधिकारी का होता है। इसके बाद पुलिस अपना हाथ आजमाती है। लेकिन खाद्य एवं औषधि निरीक्षक के पास इतना अमला ही नहीं कि वह गली कूचों में जाकर सीरप के अवैध कारोबार का भंडाफोड़ करे। एेसे में पुलिस चांदी काट रही है। एक बार जो पकड़ में आया वह आगे के लिए ग्राहक बन जाता है। शहर में एेसे कई बड़े कारोबारी हैं जो खुले तौर पर कफ सीरप का कारोबार करते हैं। कई बार पुलिस इन्हें थाने तक भी लाई लेकिन छूटते ही इनका धंधा फिर चमकने लगता है।
कफ सीरप औषधि की श्रेणी में आता है। इसलिए इस पर रोक लगाने का पहला काम ड्रग अधिकारी का होता है। इसके बाद पुलिस अपना हाथ आजमाती है। लेकिन खाद्य एवं औषधि निरीक्षक के पास इतना अमला ही नहीं कि वह गली कूचों में जाकर सीरप के अवैध कारोबार का भंडाफोड़ करे। एेसे में पुलिस चांदी काट रही है। एक बार जो पकड़ में आया वह आगे के लिए ग्राहक बन जाता है। शहर में एेसे कई बड़े कारोबारी हैं जो खुले तौर पर कफ सीरप का कारोबार करते हैं। कई बार पुलिस इन्हें थाने तक भी लाई लेकिन छूटते ही इनका धंधा फिर चमकने लगता है।
सतना में लूपी, रीवा में माहौल
कफ सीरप का कारोबार विंध्य क्षेत्र में बड़ी तेजी से चल रहा है। जानकार बताते हैं कि शराब और अन्य मादक पदार्थों से ज्यादा कफ सीरप की बिक्री होती है। इसे खरीदने वाले सतना में लूपी के नाम से बोलते हैं और रीवा में इसी सीरप को माहौल कहा जाता है। पुलिस के अधिकारी जब सक्रिय होते हैं तो सीरप का बड़ा जखीरा पकड़ में आ जाता है और जब थाना स्तर पर बिना अफसरों ने निर्देशन और मार्गदर्शन में कार्यवाई होती है कि शीशी में तादात बताई जाती है।
कफ सीरप का कारोबार विंध्य क्षेत्र में बड़ी तेजी से चल रहा है। जानकार बताते हैं कि शराब और अन्य मादक पदार्थों से ज्यादा कफ सीरप की बिक्री होती है। इसे खरीदने वाले सतना में लूपी के नाम से बोलते हैं और रीवा में इसी सीरप को माहौल कहा जाता है। पुलिस के अधिकारी जब सक्रिय होते हैं तो सीरप का बड़ा जखीरा पकड़ में आ जाता है और जब थाना स्तर पर बिना अफसरों ने निर्देशन और मार्गदर्शन में कार्यवाई होती है कि शीशी में तादात बताई जाती है।