scriptबेचने के लिए गोदाम में रखी थी 81 पेटी कफ सिरप | 81 boxes of cuff syrup were kept in the warehouse for sale | Patrika News

बेचने के लिए गोदाम में रखी थी 81 पेटी कफ सिरप

locationसतनाPublished: Mar 14, 2020 12:35:49 pm

Submitted by:

Dhirendra Gupta

कोलगवां थाना पुलिस की सात दिन में दूसरी बड़ी कार्रवाही, पुलिस की भनक पाकर भाग निकला गोदाम मालिक

81 boxes of cuff syrup were kept in the warehouse for sale

81 boxes of cuff syrup were kept in the warehouse for sale

सतना. कोलगवां थाना पुलिस ने सात दिनों में नशे के कारोबारियों पर दूसरी दफा हमला बोला है। मिनी ट्रक से 102 पेटी कफ सिरप बरामद करने के बाद अब गोदाम में रखी 81 पेटी कफ सिरप जब्त की गई है। लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि पहले की तरह इस बार भी पुलिस की गिरफ्त में आरोपी नहीं आ सका।
पता चला है कि गुरुवार की देर रात मुखबिर से सूचना मिली कि मनोज गुप्ता निवासी टिकुरिया टोला ने अपने उतैली बाइपास स्थित गोदाम में काफी मात्रा में प्रतिबंधित कफ सिरप रखा है। खबर पाते ही निरीक्षक मोहित सक्सेना ने सीएसपी विजय प्रताप सिंह और अन्य अधिकारियों को सूचना दी। इसके बाद उप निरीक्षक शैलेन्द्र पटेल, एएसआइ भीमसेन उपाध्याय, साइबर सेल से प्रधान आरक्षक दीपेश पटेल, प्रधान आरक्षक चालक जितेंद्र बागरी, आरक्षक बृजेश सिंह, प्रवीण तिवारी, कमलाकर सिंह, पुष्पेंद्र बागरी, पूर्णेश पाण्डेय, राजकुमार तिवारी की टीम को रवाना किया। जब पुलिस गोदाम के पास गोदाम के पास पहुची तो बाहर से बंद था। आसपास के लोगो से पूछताछ की गई तो बताए कि ये गोदाम मनोज गुप्ता निवासी टिकुरिया टोला का है। जब तलाश करने पर और पूछताछ से भी मनोज नहीं मिला तो स्थानीय गवाहों के सामने गोदाम का दरवाजा खुलवाया। गोदाम के बाहर वाले कमरे में प्लास्टिक की सफेद बोरियो में खाखी कलर के 81 कागज के कार्टून मिले। सभी कार्टून को खोला गया जिसमें प्रत्येक कार्टून में 120 सीसी कफ सिरप मिला। इसकी कुल कीमत 14 लाख 66 रुपए के करीब बताई गई है। पुलिस ने गोदाम मालिक मनोज गुप्ता के विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट व ड्रगग कंट्रोल अधिनियम के तहत अपराध कायम कर आरोपी मनोज की तलाश शुरू कर दी है।
ट्रक की खेप से कनेक्शन
इसके पहले 6 व 7 मार्च की रात मिनी ट्रक एमपी 04 जीए 6917 से बरामद की गई 102 पेटी कफ सिरप का कनेक्शन अब गोदाम से बरामद की गई कफ सिरप से जोड़ा जा रहा है। इन दोनों मामलों में पुलिस को आरोपी नहीं मिले। जबकि भारी पुलिस बल सुनियोजित तरीके से कार्रवाही करने पहुंचा था। चर्चा है कि दोनों ही मामलों में पुलिस की नजर में आने के बाद आरोपी बच निकले।
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