scriptनियंत्रण रेखा पर तनाव के कारण ‘कारवां-ए-अमन’ बस सेवा स्थगित | Caravan-e-Aman bus service suspended due to tension on LoC | Patrika News

नियंत्रण रेखा पर तनाव के कारण ‘कारवां-ए-अमन’ बस सेवा स्थगित

locationसतनाPublished: Oct 31, 2016 03:10:00 pm

Submitted by:

Nakul Devarshi

जम्मू कश्मीर के श्रीनगर और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद के बीच चलने वाली ‘कारवां-ए-अमन’ बस सेवा को नियंत्रण रेखा पर मौजूदा तनाव के कारण सोमवार स्थगित कर दिया गया है।

जम्मू कश्मीर के श्रीनगर और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद के बीच चलने वाली ‘कारवां-ए-अमन’ बस सेवा को नियंत्रण रेखा पर मौजूदा तनाव के कारण सोमवार स्थगित कर दिया गया है।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि घाटी में पिछले 72 घंटों के दौरान सुरक्षाबलों और घुसपैठियों के बीच हुई मुठभेड़ में तीन सैनिकों के मारे जाने के बाद यह निर्णय लिया गया। वर्ष 2005 में शुरू की गई यह बस सेवा लगातार दूसरे सप्ताह स्थगित रहेगी जिस कारण 1947 में अलग हुए रिश्तेदारों से नहीं मिलने के कारण यात्रा की योजना बना रहे यात्री व्यथित हैं।

पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 24 अक्टूबर को ‘यौम-ए-तहसीस’ के कारण गत सप्ताह भी इस बस सेवा को स्थगित किया गया था। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान प्रत्येक वर्ष 24 अक्टूबर को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की स्थापना के रूप में मनाता है।

आधिकारिक सूत्रों ने यहां यूनीवार्ता को एक सरकारी आदेश के हवाले से बताया कि सोमवार को नियंत्रण रेखा के पार जाने वाली यह बस सेवा स्थगित रहेगी। इस आदेश में हालांकि बस सेवा के स्थगित किए जाने के कारण का उल्लेख नहीं किया गया है।

सूत्रों ने बताया कि नियंत्रण रेखा पर बढ़ते तनाव के कारण इस बस सेवा को स्थगित किया गया है। गत 72 घंटों के दौरान करण, तंगधार और माचिल सेक्टरों में आतंकवादी हमलों और पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम का उल्लंघन कर गोलीबारी में सेना के तीन जवान शहीद हुए हैं तथा एक महिला घायल हुई है।

सेना का दावा है कि जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान की चार चौकियां नष्ट हो गईं और पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान भी हुआ। अनंतनाग के कोकनाग में गत आठ जुलाई को हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी समेत तीन आतंकवादियों के मारे जाने के ठीक अगले दिन से घाटी में जारी उपद्रव, हिंसक घटनाओं तथा सुरक्षा बलों एवं पुलिस कार्रवाई में 86 लोग मारे गए तथा 10 हजार से अधिक लोग घायल हैं। इन सभी घटनाओं के बीच 11 और 18 जुलाई को छोड़कर यह बस सेवा जारी रही है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो