ये भी पढ़ें: कलेजे के टुकड़े को खेत में फेंक गई अभागन मां, कड़कड़ाती ठंड में मौत से लड़कर जिंदा मिला बच्चा फिर कुछ देर बार अस्पताल से बच्चा को लेकर फरार हो गई। शहर से दूर निकने के बाद पानी लगे खेत में बच्चे को फेंक कर अपने-अपने घर चली गई। इधर दूसरे दिन जब बच्चे को बिछिया पुलिस ने बरामद किया तो पूरे मामले की खुलासा करते हुए दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
ये है मामला
पुलिस की मानें तो बिछिया थाना अंतर्गत कनौजा गांव में नवजात शिशु 27 दिसंबर को बरामद हुआ था। मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्चे को अस्पताल भिजवा दिया। पुलिस ने जब अस्पताल में पूछताछ की तो बच्चे की मां भी वहीं भर्ती मिल गई जिसे बच्चा सौंप दिया गया। पुलिस ने इस मामले की जांच की तो हैरानी वाली जानकारी सामने आई। उक्त बच्चे को फेंकने वाली महिला उसकी दादी और नानी थी।
पुलिस की मानें तो बिछिया थाना अंतर्गत कनौजा गांव में नवजात शिशु 27 दिसंबर को बरामद हुआ था। मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्चे को अस्पताल भिजवा दिया। पुलिस ने जब अस्पताल में पूछताछ की तो बच्चे की मां भी वहीं भर्ती मिल गई जिसे बच्चा सौंप दिया गया। पुलिस ने इस मामले की जांच की तो हैरानी वाली जानकारी सामने आई। उक्त बच्चे को फेंकने वाली महिला उसकी दादी और नानी थी।
सतना की रहने वाली है दादी
बच्चे की मां खुशबू रावत पति सुनील रावत निवासी डिलौरा सतना जिले की रहने वाली है। जिसको सतना जिला अस्पताल से डिलेवरी के लिए रीवा रेफर किया गया था। घटना दिनांक को दोपहर महिला की सास बूटी रावत पति छोलाल रावत महिला के पास आई थी और बच्चा ननद को दिखाने के लिए बोलकर अपने साथ ले गई थी। उसके बाद महिला लौटकर नहीं आई।
बच्चे की मां खुशबू रावत पति सुनील रावत निवासी डिलौरा सतना जिले की रहने वाली है। जिसको सतना जिला अस्पताल से डिलेवरी के लिए रीवा रेफर किया गया था। घटना दिनांक को दोपहर महिला की सास बूटी रावत पति छोलाल रावत महिला के पास आई थी और बच्चा ननद को दिखाने के लिए बोलकर अपने साथ ले गई थी। उसके बाद महिला लौटकर नहीं आई।
नानी ने भी दिया सहयोग
पुलिस ने जब उक्त महिला को पकड़ा तो उसने बच्चे की नानी कुंती रावत पति रामशरण 45 वर्ष निवासी रजा तालाब थाना कोलगवां जिला सतना के साथ गांव में फेंककर आने की जानकारी दी। पुलिस ने बच्चे की नानी को भी हिरासत में लिया है। दोनों के खिलाफ धारा 317 का मामला दर्ज कर उन्हें न्यायालय में पेश कर दिया। पुलिस अब उक्त बच्चे का डीएनए परीक्षण कराएगी। जिससे यह स्पष्ट हो जाये कि उक्त महिला ही बच्चे की मां है। फिलहाल बच्चा अस्पताल में ही भर्ती है। जिसकी देखभाल उक्त महिला कर रही है। जिसने अपना बच्चा होने का दावा किया है।
पुलिस ने जब उक्त महिला को पकड़ा तो उसने बच्चे की नानी कुंती रावत पति रामशरण 45 वर्ष निवासी रजा तालाब थाना कोलगवां जिला सतना के साथ गांव में फेंककर आने की जानकारी दी। पुलिस ने बच्चे की नानी को भी हिरासत में लिया है। दोनों के खिलाफ धारा 317 का मामला दर्ज कर उन्हें न्यायालय में पेश कर दिया। पुलिस अब उक्त बच्चे का डीएनए परीक्षण कराएगी। जिससे यह स्पष्ट हो जाये कि उक्त महिला ही बच्चे की मां है। फिलहाल बच्चा अस्पताल में ही भर्ती है। जिसकी देखभाल उक्त महिला कर रही है। जिसने अपना बच्चा होने का दावा किया है।
पुलिस को गुमराह करती रही महिलाएं
गिरफ्तार महिलाएं पूछताछ में लगातार पुलिस को गुमराह करती रही। उनका कहना था कि वे बच्चे को लेकर अस्पताल के बाहर निकली तो कोई उनका पीछा करने लगा। दहशत के कारण वे वहां से निकल गई और पैदल चलते-चलते कनौजा गांव पहुंच गई। जहां बच्चे को खेत में छोड़कर छिपी थी। हालांकि अस्पताल से कनौजा गांव की दूरी 10 किमी. से कम नहीं है। ऐसे में उनकी यह कहानी पुलिस के भी गले नहीं उतर रही है।
गिरफ्तार महिलाएं पूछताछ में लगातार पुलिस को गुमराह करती रही। उनका कहना था कि वे बच्चे को लेकर अस्पताल के बाहर निकली तो कोई उनका पीछा करने लगा। दहशत के कारण वे वहां से निकल गई और पैदल चलते-चलते कनौजा गांव पहुंच गई। जहां बच्चे को खेत में छोड़कर छिपी थी। हालांकि अस्पताल से कनौजा गांव की दूरी 10 किमी. से कम नहीं है। ऐसे में उनकी यह कहानी पुलिस के भी गले नहीं उतर रही है।