scriptadmission: गल्र्स कॉलेज में बुलानी पड़ी पुलिस, डिग्री कॉलेज में भी परेशान होते रहे छात्र | admission in girls collage | Patrika News

admission: गल्र्स कॉलेज में बुलानी पड़ी पुलिस, डिग्री कॉलेज में भी परेशान होते रहे छात्र

locationसतनाPublished: Sep 07, 2019 11:14:52 pm

Submitted by:

Sonelal kushwaha

तीसरी सीएलसी (कॉलेज लेवल कॉउंसलिंग) ओपन होते ही महाविद्यालयों में प्रवेश के लिए भीड़ उमडऩे लगी है। शुक्रवार को स्टेशन रोड स्थित गवर्नमेंट गल्र्स कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए छात्राओं की काफी भीड़ रही।

girls collage satna

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सतना. तीसरी सीएलसी (कॉलेज लेवल कॉउंसलिंग) ओपन होते ही महाविद्यालयों में प्रवेश के लिए भीड़ उमडऩे लगी है। शुक्रवार को स्टेशन रोड स्थित गवर्नमेंट गल्र्स कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए छात्राओं की काफी भीड़ रही।
कॉलेज मे प्रवेश के लिए कतार में खड़ी छात्राएं काफी परेशान दिखीं। उनमें गुस्सा भी साफ नजर आ रहा था। हालांकि, विरोध-प्रदर्शन जैसी स्थिति नहीं बनी। कॉलेज प्रबंधन ने पहले ही पुलिस बुलवा ली थी। गेट पर तैनात दो पुलिसकर्मी कॉलेज आने-जाने वाले बाहरी तत्वों पर बारीकी से नजर बनाए रहे। डिग्री कॉलेज में भी एडमिशन को लेकर भीड़ बनी रही। प्रबंधन का दावा है कि परेशानी जैसी कोई बात नहीं है। पर्याप्त सीटें हैं, सबको एडमिशन मिलेगा।
पहले आओ पहले पाओ

डिग्री कॉलेज के एडमिशन प्रभारी प्रो. एनके भगत ने बताया कि कुछ विषयों में तो पहले ही पर्याप्त सीटें खाली थीं। शेष विषयों में भी उच्च शिक्षा विभाग के निर्देश पर सीटें बढ़ा दी गई हैं। आज २०० से ज्यादा छात्र-छात्राओं ने आवेदन दिए हैं। १२ सितंबर तक यह प्रक्रिया जारी रहेगी। एडमिशन पहले आओ, पहले पाओ की तर्ज पर दिए
जा रहे हैं।
ये सीटें खाली: डिग्री कॉलेज में ग्रेजुएशन के लिए सभी विषयों को मिलाकर एक हजार से ज्यादा सीटें खाली हैं। जबकि, पीजी के लिए इंग्लिस लिट्रेचर ४, इतिहास में ८, राजनीति में १५, समाजशास्त्र में ३, बायोटेक्नॉलॉजी में २४, कम्प्यूटर साइंस में १७, जियोलॉॅजी में २३, मैनेजेमेंट में ६६, सोशल वर्क में 67 एवं भूगोल में 7 सीटें रिक्त हैं। शेष विषयों की सीटें भी भर चुकी हैं।
एमएससी में एडमिशन के लिए मारामारी

कॉलेज प्रबंधन भले ही पर्याप्त सीटें उपलब्ध होने का दावा कर रहा है, लेकिन एमएससी के लिए पंजीयन कराने वाले स्टूेंड्स दोनों प्रमुख कॉलेजों में परेशान होते रहे। कॉलेज प्रबंधन ने इसमें १० फीसदी यानी ४-४ सीट ही बढ़ाई थी। जबकि, वेटिंग कई गुना ज्यादा रही। इस कारण शेष बच्चे परेशान होते रहे। उन्होंने कॉलेज प्रबंधन पर पक्षपात का भी आरोप लगाया है।
बच्चे संतुष्ट हैं
शासन की गाइडलाइन के अनुसार गे्रजुएशन में 15 फीसदी व पीजी कक्षाओं में 10 फीसदी सीटें बढ़ाई गई थीं। परेशानी जैसी कोई बात नहीं। सभी बच्चे संतुष्ट हैं। एमएससी के लिए पंजीयन कराने वाली कुछ छात्राएं जरूर एडमिशन से वंचित रह गईं। इसमें हम कुछ नहीं करत सकते थे।
नीलम रिछारिया, प्राचार्य, गवर्नमेंट गल्र्स कॉलेज, सतना
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