तीन दिन चला स्टाक मिलान जीएजी के इंदौर स्थित प्रदेश कार्यालय से मिले निर्देश के तहत सतना एईबी प्रमुख संयुक्त आयुक्त गणेश सिंह कवंर के मार्गदर्शन में सहायक आयुक्त अभिनव त्रिपाठी व राजीव गोयल ने सुबह संयुक्त रूप से मंगलवार को छापे की कार्यवाही शुरू की थी। छापे में वहां मौजूद स्टाक व स्टाक रजिस्टर में भारी अंतर पाए जाने की जानकारी मिली थी। फर्म एल्युमीनियम पाइप, सीट्स, एंगिल के साथ ही प्लाईवुड का कारोबार करती है। राजपाल ट्रेडर्स का जीएसटी नंबर फरवरी 2021 को निरस्त हो चुका है।
इसके बाद फर्म संचालक निखिल राजपाल द्वारा पुराने नंबर को चालू कराने के स्थान पर नया नंबर लेकर पुरानी फर्म चलाते रहे। ब्यूरो ने अपने स्तर पर जो फर्म का डाटा खंगाला उसके अनुसार फर्म वास्तविक सप्लाई अपने रिटर्न में नहीं दर्शा रही थी। पूरी जांच व स्टाक मिलान के बाद गुरुवार को छापे की कार्यवाही समाप्त कर दी गई। इसके बाद एईबी की ओर से दोनों फर्मों को मिलाकर 56.71 लाख के कर अपवंचन का नोटिस जारी किया गया। फर्म संचालक की ओर से कर अपवंचन तो स्वीकार किया लेकिन कमजोर आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए पूरी राशि एक मुश्त जमा करने में असमर्थता जताई।
वर्जन
राजपाल ट्रेडर्स फर्म में हुई जांच में 56.71 लाख का कर अपवंचन पाया गया है। इसके अलावा इस राशि में पेनाल्टी एवं फाइन भी नियमानुसार अधिरोपित होगा। व्यवसाई द्वारा 7.38 लाख मौके पर जमा किए गए। शेष राशि आगे जमा की जाएगी।
गणेश सिंह कवंर, संयुक्त आयुक्त एईबी सतना
वर्जन
राजपाल ट्रेडर्स फर्म में हुई जांच में 56.71 लाख का कर अपवंचन पाया गया है। इसके अलावा इस राशि में पेनाल्टी एवं फाइन भी नियमानुसार अधिरोपित होगा। व्यवसाई द्वारा 7.38 लाख मौके पर जमा किए गए। शेष राशि आगे जमा की जाएगी।
गणेश सिंह कवंर, संयुक्त आयुक्त एईबी सतना