कुछ देर बाद अजाक जिला संयोजक की हत्या की खबर शहर में फैली तो सनसनी मच गई। हत्या या आत्महत्या के मामले में उलझी थाना पुलिस ने तुरंत परिजनों को घटना की सूचना दी। सूचना के बाद दोपहर 12 बजे तक परिवार के सदस्य मौके पर पहुंच चुके थे। घटना को लेकर शहर में बातों का बाजार गर्म है। वरिष्ठ अधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे है।
ये है मामला
मिली जानकारी के मुताबिक अभिषेक सिंह अजाक जिला संयोजक के पद पर वर्षों से सतना जिले में पदस्थ थे। जिनको जिला प्रशासन द्वारा बंगला नंबर आर-265 एलाट किया गया था। वे अकेले ही रहते थे। इसी वर्ष उनकी शादी उमरिया जिले में पदस्थ पीडब्लूडी कार्यपालन यंत्री से हुई थी। जो बीच-बीच में सतना आती जाती रहती थी किभी कभार अभिषेक सिंह भी उमरिया चले जाते थे। लेकिन 13 अगस्त की रात में अभिषेक की संदिग्ध मौत हो गई।
मिली जानकारी के मुताबिक अभिषेक सिंह अजाक जिला संयोजक के पद पर वर्षों से सतना जिले में पदस्थ थे। जिनको जिला प्रशासन द्वारा बंगला नंबर आर-265 एलाट किया गया था। वे अकेले ही रहते थे। इसी वर्ष उनकी शादी उमरिया जिले में पदस्थ पीडब्लूडी कार्यपालन यंत्री से हुई थी। जो बीच-बीच में सतना आती जाती रहती थी किभी कभार अभिषेक सिंह भी उमरिया चले जाते थे। लेकिन 13 अगस्त की रात में अभिषेक की संदिग्ध मौत हो गई।
बिस्तर में मिले इंजेक्शन और टेबलेट
प्रथम दृष्या सिविल लाइन पुलिस पूरे मामले को संदिग्ध मान रही है। जिस तरह बिस्तर में इंजेक्शन और टेबलेट मिले है उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि मृतक के शरीर में इंजेक्शन का हाई डोज दिया गया है। इस बीच किसी का शातिर दिमाग है। जो इंजेक्शन की दवा में टेबलेट का मिश्रण भी किया गया था।
प्रथम दृष्या सिविल लाइन पुलिस पूरे मामले को संदिग्ध मान रही है। जिस तरह बिस्तर में इंजेक्शन और टेबलेट मिले है उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि मृतक के शरीर में इंजेक्शन का हाई डोज दिया गया है। इस बीच किसी का शातिर दिमाग है। जो इंजेक्शन की दवा में टेबलेट का मिश्रण भी किया गया था।
पीछे के खुले थे दरवाजे
सूत्रों की मानें तो हत्या करने वाले आरोपी ने वारदात को अंजाम देने के बाद भागने के लिए पीछे के दरवाजे का इस्तेमाल किया गया था। जिस तरह की पूरी कहानी सामने आ रही है। उससे संदेह हो रहा है कि हत्या में कोई जानकार ही सलिप्त है। वहीं दूसरी ओर पड़ोसियों द्वारा तरह-तरह की बात कही जा रही है।
सूत्रों की मानें तो हत्या करने वाले आरोपी ने वारदात को अंजाम देने के बाद भागने के लिए पीछे के दरवाजे का इस्तेमाल किया गया था। जिस तरह की पूरी कहानी सामने आ रही है। उससे संदेह हो रहा है कि हत्या में कोई जानकार ही सलिप्त है। वहीं दूसरी ओर पड़ोसियों द्वारा तरह-तरह की बात कही जा रही है।