सभापुर थाना क्षेत्र के बिरसिंहपुर में शनिवार और रविवार की रात हुई इस वारदात के बाद इलाके में सनाका खिंचा है। पुलिस ने बैंक शाखा प्रबंधक की रिपोर्ट पर अपराध कायम करते हुए मामले की तफ्तीस शुरू कर दी है। उधर, घटना के बाद पुलिस की पेट्रोलिंग पर भी सवाल उठने लगे हैं। लोगों का कहना है कि जब बैंक जैसे दफ्तर सुरक्षित नहीं तो आम आदमी की सुरक्षा की क्या गारंटी?
ये है मामला
पुलिस के अनुसार, शाखा प्रबंधक अंकित कुमार पुत्र जगन्नाथ प्रसाद (32) ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए पुलिस को बताया कि शनिवार को बैंक कार्य बंद था। बैंक में सफाई और पुताई का काम चल रहा था। शाम को बैंक बंद करने के दौरान सफाईकर्मी बाबूलाल सेन छत के रास्ते का ताला लगाना भूल गया। इसी का फायदा उठाकर चोर बैंक में दाखिल हुए। लॉक तोडऩे की कोशिश की गई है। बैंक से सीपीयू, मॉनीटर और डीवीआर चोरी किया गया है।
पुलिस के अनुसार, शाखा प्रबंधक अंकित कुमार पुत्र जगन्नाथ प्रसाद (32) ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए पुलिस को बताया कि शनिवार को बैंक कार्य बंद था। बैंक में सफाई और पुताई का काम चल रहा था। शाम को बैंक बंद करने के दौरान सफाईकर्मी बाबूलाल सेन छत के रास्ते का ताला लगाना भूल गया। इसी का फायदा उठाकर चोर बैंक में दाखिल हुए। लॉक तोडऩे की कोशिश की गई है। बैंक से सीपीयू, मॉनीटर और डीवीआर चोरी किया गया है।
सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त बैंक में नहीं
जबकि सीसीटीवी कैमरे जलाए गए हैं। शिकायत पर पुलिस ने आइपीसी की धारा 457, 380 के तहत अपराध कायम किया है। जिस बैंक में वारदात हुई वहां रात को सुरक्षा गार्ड नहीं रखा गया था। जिस भवन में बैंक संचालित है वह भी जर्जर हालत में है। एेसे में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त बैंक में नहीं हैं। पुलिस ने बैंक प्रबंधन को हिदायत दी कि वह अपने स्तर पर सुरक्षा के इंतजाम करें। ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
जबकि सीसीटीवी कैमरे जलाए गए हैं। शिकायत पर पुलिस ने आइपीसी की धारा 457, 380 के तहत अपराध कायम किया है। जिस बैंक में वारदात हुई वहां रात को सुरक्षा गार्ड नहीं रखा गया था। जिस भवन में बैंक संचालित है वह भी जर्जर हालत में है। एेसे में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त बैंक में नहीं हैं। पुलिस ने बैंक प्रबंधन को हिदायत दी कि वह अपने स्तर पर सुरक्षा के इंतजाम करें। ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
सफाईकर्मी की भूमिका संदिग्ध
पुलिस जांच में यह बात साने आई कि छत के रास्ते का ताला बंद नहीं होने पर चोर वहीं से दाखिल हुए हैं। एेसे में सफाई कर्मचरी बाबूलाल की भूमिका संदिग्ध बनी हुई है। पुलिस ने बाबूलाल से पूछताछ करते हुए उसके बयान दर्ज किए हैं। साथ ही फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट वीरेन्द्र पटेल ने घटना स्थल से सबूत जुटाए हैं। उसके आधार पर चोरों का पता लगाया जा रहा है।
पुलिस जांच में यह बात साने आई कि छत के रास्ते का ताला बंद नहीं होने पर चोर वहीं से दाखिल हुए हैं। एेसे में सफाई कर्मचरी बाबूलाल की भूमिका संदिग्ध बनी हुई है। पुलिस ने बाबूलाल से पूछताछ करते हुए उसके बयान दर्ज किए हैं। साथ ही फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट वीरेन्द्र पटेल ने घटना स्थल से सबूत जुटाए हैं। उसके आधार पर चोरों का पता लगाया जा रहा है।