इस व्यवस्था के लागू होने से 50 से ज्यादा ट्रेनों में इलेक्ट्रिक इंजन लगा दिए जाएंगे। जिसके माध्यम से ट्रेनें मानिकपुर तक आएंगी। इसके बाद आगे सतना व जबलपुर के लिए डीजल इंजन लगाया जाएगा। बताया गया है कि अब ग्वालियर-हावड़ा चंबल, इंदौर-हावड़ा क्षिप्रा, आनंद विहार टर्मिनल रीवा, राजेंद्र नगर टर्मिनल जनता, पटना बेंगलूरू संघमित्रा व मुंबई-हावड़ा सुपर फास्ट मुंबई मेल जैसी ट्रेनें इलेक्ट्रिक इंजन के साथ मानिकपुर तक आ सकेंगी। जिससे समय व यात्री सुविधा बढ़ेगी। शंकरगढ़ व छिवकी से लगभग 100 किमी का सफर ट्रेेन इलेक्ट्रिक इंजन के साथ कर सकेंगी।
सतना-मानिकपुर, सतना-रीवा, सतना- जबलपुर रेलखंड के बीच रेल विद्युतीकरण का काम काफी धीमा है। एक हिस्से में कंपनी को हटा भी दिया गया है। वहीं सीबीआई जांच में भ्रष्टाचार का मामला आने के बाद पूरा प्रोजेक्ट प्रभावित हुआ है। अगर, निर्धारित समय में काम पूरा हुआ होता, तो इस रेलखंड में भी इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनें दौड़ रही होतीं।