मामले की जानकारी मिलने पर इस प्रोजेक्ट के चीफ प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने कलेक्टर को पत्र लिखकर परियोजना विलंब की जानकारी देते हुए समय सीमा में कार्य पूरा कराने पर गंभीरता दिखाने की बात कही है।
छेवकी से इटारसी के बीच काम प्रगति पर दरअसल, इलाहाबाद-इटारसी रेलवे लाइन विद्युतीकरण के तहत छेवकी से इटारसी के बीच विद्युतीकरण का काम प्रगति पर है। यह काम आरई जबलपुर द्वारा किया जा रहा है। इसके तहत सेक्शन के बीच रेलवे ट्रैक्शन सब स्टेशन (आरटीएस) स्थापित कर दिए गए हैं। इन रेलवे सब स्टेशनों को 220 केवीए और 132 केवीए के मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कं. लिमि. (एमपीपीटीसीएल) के उपकेंद्रों से विद्युत प्रदाय किया जाना है।
पीटीसीएल के दो उपकेंद्र मैहर और कोटर प्रस्तावित इस काम के लिए एमपी पीटीसीएल के दो उपकेंद्र मैहर और कोटर प्रस्तावित हैं, जहां से रेलवे आटीएस भदनपुर और कैमा को पॉवर सप्लाई की जानी है। इन लाइनों के लिए 64 लोकेशनों पर फाउंडेशन और 38 पर टॉवर इरेक्शन का काम पूरा हो चुका है। लेकिन कैमा-कोटर लाइन के बीच कुछ स्थानीय लोगों द्वारा अवरोध पैदा किए जाने से यहां विद्युत पारेषण लाइन का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पा रहा है।
इन स्थानों पर अवरोध
132 केवीए कोटर-कैमा आरटीएस लाइन में लोकेशन क्रमांक एपी 23 से एपी 29 के बीच सर्वे कार्य भी नहीं हो पा रहा है। मैहर-भदनपुर आरटीएस में विद्युत पारेषण लाइन का काम रुका है। यहां लोकेशन क्रमांक 14/0 से 15/0 के बीच भू-स्वामी दल्लू साहू द्वारा वायरिंग का काम रोक दिया गया है। शेष 6 लोकेशनों पर भूमि स्वामी मूसा, आरके सिंह, एके सिन्हा द्वारा काम नहीं करने दिया जा रहा है। यह काम पोड़ी, दसईपुर और भरौली में प्रभावित है।
132 केवीए कोटर-कैमा आरटीएस लाइन में लोकेशन क्रमांक एपी 23 से एपी 29 के बीच सर्वे कार्य भी नहीं हो पा रहा है। मैहर-भदनपुर आरटीएस में विद्युत पारेषण लाइन का काम रुका है। यहां लोकेशन क्रमांक 14/0 से 15/0 के बीच भू-स्वामी दल्लू साहू द्वारा वायरिंग का काम रोक दिया गया है। शेष 6 लोकेशनों पर भूमि स्वामी मूसा, आरके सिंह, एके सिन्हा द्वारा काम नहीं करने दिया जा रहा है। यह काम पोड़ी, दसईपुर और भरौली में प्रभावित है।
दिसंबर 16 से पत्राचार
मामले में जिला प्रशासन सतना से दिसंबर 2016 से लगातार पत्राचार किया जा रहा है। लेकिन संबंधित राजस्व अधिकारियों द्वारा कोई गंभीरता नहीं बरती जा रही है। लिहाजा इन स्थानों पर काम नहीं होने से विद्युतीकरण के लिये पावर सप्लाई लाइन बिछाने का काम लंबित है। अब मुख्य परियोजना निदेशक रेल विद्युतीकरण अजय माथुर ने कलेक्टर सतना को पत्र लिख कर इस नेशनल प्रोजेक्ट के पूरा करने में गंभीरता की बात कही है।
मामले में जिला प्रशासन सतना से दिसंबर 2016 से लगातार पत्राचार किया जा रहा है। लेकिन संबंधित राजस्व अधिकारियों द्वारा कोई गंभीरता नहीं बरती जा रही है। लिहाजा इन स्थानों पर काम नहीं होने से विद्युतीकरण के लिये पावर सप्लाई लाइन बिछाने का काम लंबित है। अब मुख्य परियोजना निदेशक रेल विद्युतीकरण अजय माथुर ने कलेक्टर सतना को पत्र लिख कर इस नेशनल प्रोजेक्ट के पूरा करने में गंभीरता की बात कही है।
प्रोजेक्ट एक नजर में
– प्रोजेक्ट लागत-911 करोड़
– इलाहाबाद-इटारसी ट्रैक लंबाई -617 किमी
– सतना-रीवा ट्रैक-48 किमी
– यह थी समय सीमा-मार्च 2017
– कार्य पूरा करना था-27माह में
– विलंब-7 माह
– प्रोजेक्ट लागत-911 करोड़
– इलाहाबाद-इटारसी ट्रैक लंबाई -617 किमी
– सतना-रीवा ट्रैक-48 किमी
– यह थी समय सीमा-मार्च 2017
– कार्य पूरा करना था-27माह में
– विलंब-7 माह