नव उदय को प्रोत्साहित करता विद्यालय
सिविल लाइन थाने की टीआई व पूर्व छात्र रहीं अर्चना द्विवेदी ने कहा कि नवोदय विद्यालय में शिक्षा भले ही नि:शुल्क है, लेकिन वहां से पढ़े विद्यार्थी समाज को उससे ज्यादा योगदान दे रहे हैं। नवोदय विद्यालय अपने नाम के अनुरूप समाज में नव उदय को प्रोत्साहित करता है। रामशिरोमणि तिवारी, रामकृपाल ने भी विचार रखे। रातभर मौज मस्ती के साथ मिलन समारोह चलता रहा। रविवार को सब अपने-अपने घर रवाना हो गए। कुछ साथी विदेश में होने व व्यस्ता के कारण कार्यक्रम में नहीं आ सके, लेकिन नजर बनाए रखे।
सिविल लाइन थाने की टीआई व पूर्व छात्र रहीं अर्चना द्विवेदी ने कहा कि नवोदय विद्यालय में शिक्षा भले ही नि:शुल्क है, लेकिन वहां से पढ़े विद्यार्थी समाज को उससे ज्यादा योगदान दे रहे हैं। नवोदय विद्यालय अपने नाम के अनुरूप समाज में नव उदय को प्रोत्साहित करता है। रामशिरोमणि तिवारी, रामकृपाल ने भी विचार रखे। रातभर मौज मस्ती के साथ मिलन समारोह चलता रहा। रविवार को सब अपने-अपने घर रवाना हो गए। कुछ साथी विदेश में होने व व्यस्ता के कारण कार्यक्रम में नहीं आ सके, लेकिन नजर बनाए रखे।
ये भी रहे मौजूद
चंडीगढ़ से आए नित्यानंद मिश्रा, इलाहाबाद से आए सुशील व राधिका, सिहावल से आए डॉ. संजय पटेल व सीधी के पुष्पराज सिंह, दीपक सिंह, यज्ञनारायण गुप्ता, नरेंद्र पांडेय, केके शुक्ला, सुंदरलाल, आराधना शर्मा, संदीप द्विवेदी, राकेश मिश्रा, डॉ उमेश, सिंह, अजय, जगमोहन, दिनेश साकेत, सुखेंद्र मिश्रा व जूनियर बैच के नितिन जायसवाल, बिहार से आए उमेश सिंह, मिर्जापुर से ओमप्रकाश सिंह, रीवा के दिवाकर सहित 50 छात्र उपस्थित रहे।
चंडीगढ़ से आए नित्यानंद मिश्रा, इलाहाबाद से आए सुशील व राधिका, सिहावल से आए डॉ. संजय पटेल व सीधी के पुष्पराज सिंह, दीपक सिंह, यज्ञनारायण गुप्ता, नरेंद्र पांडेय, केके शुक्ला, सुंदरलाल, आराधना शर्मा, संदीप द्विवेदी, राकेश मिश्रा, डॉ उमेश, सिंह, अजय, जगमोहन, दिनेश साकेत, सुखेंद्र मिश्रा व जूनियर बैच के नितिन जायसवाल, बिहार से आए उमेश सिंह, मिर्जापुर से ओमप्रकाश सिंह, रीवा के दिवाकर सहित 50 छात्र उपस्थित रहे।
जुटाएंगे फंड
इस मौके पर शिक्षक आरए सिंह व अजय श्रीवास्तव को सम्मानित किया गया। अंत में दुर्गेश मिश्रा व मैडम सरोज शुक्ला की मृत्यु पर 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। साथ ही ऐसे फंड जुटाने का निर्णय लिया गया, जो साथियों के बुरे में वक्त काम आ सके। नित्यानंद मिश्रा ने इसके लिए 21 हजार का चेक देने की पेशकश की। अजय पटेल ने संचालन किया। कार्यक्रम की रूपरेखा मनोज नामदेव व अर्चना द्विवेदी पिछले महीने तय की थी।
इस मौके पर शिक्षक आरए सिंह व अजय श्रीवास्तव को सम्मानित किया गया। अंत में दुर्गेश मिश्रा व मैडम सरोज शुक्ला की मृत्यु पर 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। साथ ही ऐसे फंड जुटाने का निर्णय लिया गया, जो साथियों के बुरे में वक्त काम आ सके। नित्यानंद मिश्रा ने इसके लिए 21 हजार का चेक देने की पेशकश की। अजय पटेल ने संचालन किया। कार्यक्रम की रूपरेखा मनोज नामदेव व अर्चना द्विवेदी पिछले महीने तय की थी।