दरअसल ये आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सरकार के नए पोषण ट्रैकर और संपर्क एप का विरोध कर रही हैं। उनका कहना है कि ज्यादातर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पांचवीं- आठवीं और दसवीं पास है जो इस ऐप पर कार्य करने में सक्षम नहीं हैं। वो इस एप पर काम नहीं कर सकतीं।
उन्होंने कहा कि सरकार ने घोषणा की थी कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को निःशुल्क मोबाइल फोन और मोबाइल डेटा उपलब्ध कराया जाएगा लेकिन अब तक सरकार के स्तर से उस पर अमल नहीं हुआ। साथ ही कार्यकर्ताओं को मानदेय की जगह वेतनमान मान भी नहीं दिया गया। इस कारण वो 10 हजार रुपये के मानदेय में यह कार्य बिल्कुल नहीं करेंगी।
उन्होंने इस एप का विरोध करते हुए इस एप के बहिष्कार का ऐलान किया। साथ ही प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के नाम रामपुर बाघेलान तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।