जब अर्जुन सिंह के जन्मदिन पर वीणा व सरोज को नहीं किया था आमंत्रित
मौका था अर्जुन सिंह के पांच नवंबर 2015 को पडऩे वाले जन्मदिन का। इस पर भोपाल में एक कार्यक्रम रखा गया था। अखबारों में बाकायदा इश्तहार भी छापा गया था लेकिन इसमें अर्जुन सिंह की पत्नी सरोज सिंह और बेटी वीणा सिंह को अलग रखा गया। इस संबंध में जब अर्जुन सिंह की बेटी वीणा सिंह ने यह पीड़ा मीडिया को भी बताई। उन्होंने कहा था कि न तो उन्हें और न मां सरोज देवी को पापा के जन्मदिन पर आयोजित होने वाले किसी कार्यक्रम की जानकारी दी गई थी। उन्हें इसका कोई बुलावा भी नहीं मिला। जब उनसे सवाल किया गया है कि पापा के जन्मदिन के इश्तहार में आपके दोनों भाइयों का नाम तो था, पर आप लोगों और आपकी मां का नाम नहीं था। इस पर उन्होंने कहा था कि यह सवाल तो मेरे भाइयों से किया जाना चाहिए। बता दें कि अर्जुन सिंह के निधन के बाद उनकी पत्नी सरोज दिल्ली के कैनिंग रोड स्थित बंगला नंबर एक में अकेले रहने लगी इसके बाद बाद में इसे खाली करा लिया गया। इसके बाद वो जेपी ग्रीन्स स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स ग्रेटर नोएडा में शिफ्ट हो गईं। वे कभी कभी बेटी वीणा सिंह के पास सिंगरौली जिले के खुटार में भी रहने आती रही हैं।
मौका था अर्जुन सिंह के पांच नवंबर 2015 को पडऩे वाले जन्मदिन का। इस पर भोपाल में एक कार्यक्रम रखा गया था। अखबारों में बाकायदा इश्तहार भी छापा गया था लेकिन इसमें अर्जुन सिंह की पत्नी सरोज सिंह और बेटी वीणा सिंह को अलग रखा गया। इस संबंध में जब अर्जुन सिंह की बेटी वीणा सिंह ने यह पीड़ा मीडिया को भी बताई। उन्होंने कहा था कि न तो उन्हें और न मां सरोज देवी को पापा के जन्मदिन पर आयोजित होने वाले किसी कार्यक्रम की जानकारी दी गई थी। उन्हें इसका कोई बुलावा भी नहीं मिला। जब उनसे सवाल किया गया है कि पापा के जन्मदिन के इश्तहार में आपके दोनों भाइयों का नाम तो था, पर आप लोगों और आपकी मां का नाम नहीं था। इस पर उन्होंने कहा था कि यह सवाल तो मेरे भाइयों से किया जाना चाहिए। बता दें कि अर्जुन सिंह के निधन के बाद उनकी पत्नी सरोज दिल्ली के कैनिंग रोड स्थित बंगला नंबर एक में अकेले रहने लगी इसके बाद बाद में इसे खाली करा लिया गया। इसके बाद वो जेपी ग्रीन्स स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स ग्रेटर नोएडा में शिफ्ट हो गईं। वे कभी कभी बेटी वीणा सिंह के पास सिंगरौली जिले के खुटार में भी रहने आती रही हैं।
अजय सिंह व उनकी बहन वीणा सिंह के आपसी विवाद के कई उदाहरण सामने आ चुके हैं। वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव मे सिंगरौली विधानसभा सीट से वीणा सिंह के पति बाबा राजा को टिकट मिला। अजय सिंह राहुल उस दौरान नेता प्रतिपक्ष थे, वे वीणा सिंह या उनके पति के टिकट मिलने के पक्षधर नहीं थे, ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रयास से बाबा राजा को टिकट मिल गया। अजय सिंह राहुल सीधी, सिंगरौली सहित विंध्य के सभी विधानसभा सीटों मे चुनाव प्रचार करने पहुंचे किंतु सिंगरौली में वे बाबा राजा का चुनाव प्रचार करने नहीं पहुंचे थे।
Arjun Singh ” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2018/06/19/arjun_singh_wife_saroj_singh_ajay_singh_rahul_2978467-m.jpg”>patrika IMAGE CREDIT: patrika अजय सिंह के विरोध में इंद्रजीत के करीब रही वीणा
लोकसभा चुनाव वर्ष 2014मे अजय सिंह सीधी संसदीय सीट से चुनाव लडऩा चाहते थे, किंतु उनकी जगह पूर्व मंत्री इंद्रजीत कुमार को लोकसभा का टिकट दिया गया। इसके कारण अजय सिंह के समर्थक इंद्रजीत के विरोध मे उतर गए थे, इस बीच वीणा सिंह व उनके पति बाबा राजा खुलकर इंद्रजीत के समर्थन में उतर आए थे।
लोकसभा चुनाव वर्ष 2014मे अजय सिंह सीधी संसदीय सीट से चुनाव लडऩा चाहते थे, किंतु उनकी जगह पूर्व मंत्री इंद्रजीत कुमार को लोकसभा का टिकट दिया गया। इसके कारण अजय सिंह के समर्थक इंद्रजीत के विरोध मे उतर गए थे, इस बीच वीणा सिंह व उनके पति बाबा राजा खुलकर इंद्रजीत के समर्थन में उतर आए थे।
जब अर्जुन सिंह को बहाने पड़े आंसू
वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव मे कांग्रेस से पूर्व मंत्री इंद्रजीत कुमार को टिकट मिला था, इस बीच अर्जुन सिंह की पुत्री वीणा सिंह निर्दलीय प्रत्याशी बतौर लोकसभा चुनाव मैदान में उतर गई थी। सीधी शहर के पूजा पार्क में कांग्रेस की सभा आयोजित हुई, जिसमें बतौर मुख्य अतिथि अर्जुन सिंह शामिल हुए। सभा को संबोधित करते हुए अर्जुन सिंह ने कहा कि जब मनुष्य का शरीर थक जाता है, तो अपने घर के लोग भी अपनी बात नहीं मानते वीणा सिंह की तरफ इशारा करते हुए वे विलखने लगे थे, आंसू छलकाने के बाद उनके शब्द बंद हो गए थे।
वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव मे कांग्रेस से पूर्व मंत्री इंद्रजीत कुमार को टिकट मिला था, इस बीच अर्जुन सिंह की पुत्री वीणा सिंह निर्दलीय प्रत्याशी बतौर लोकसभा चुनाव मैदान में उतर गई थी। सीधी शहर के पूजा पार्क में कांग्रेस की सभा आयोजित हुई, जिसमें बतौर मुख्य अतिथि अर्जुन सिंह शामिल हुए। सभा को संबोधित करते हुए अर्जुन सिंह ने कहा कि जब मनुष्य का शरीर थक जाता है, तो अपने घर के लोग भी अपनी बात नहीं मानते वीणा सिंह की तरफ इशारा करते हुए वे विलखने लगे थे, आंसू छलकाने के बाद उनके शब्द बंद हो गए थे।