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हथियारबंद बदमाशों ने पेट्रोल पंप में की लूट की वारदात

locationसतनाPublished: Feb 26, 2021 10:06:18 am

Submitted by:

Dhirendra Gupta

84 हजार रुपए से ज्यादा की रकम लूटी, मौके पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक, दो की संख्या में बाइक से आए थे बदमाश, पहले भी इसी पंप में हो चुकी वारदात

Armed miscreants robbed of petrol pump

Armed miscreants robbed of petrol pump

सतना. कोलगवां थाना अंतर्गत रीवा रोड स्थित रिलायंस पेट्रोल पंप में गुरुवार की सुबह हथियारबंद दो नकाबपोश बदमाशों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया है। पंप के कार्यालय में घुसे बदमाश 2 मिनट से भी कम समय में 84 हजार रुपए से ज्यादा की रकम लूट कर फरार हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने मौके पर पहुंचकर जानकारी ली और वहीं से अलग-अलग टीमों को आरोपियों की तलाश में रवाना कर दिया। गौरतलब है कि इसी पेट्रोल पंप में पूर्व में भी लूट की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
यहीं पंप निशाने पर
नेशनल हाईवे 75 में सतना- रीवा मार्ग पर रामटेकरी में नवल अग्रवाल का नवल पेट्रोलियम के नाम से रिलायंस का पेट्रोल डीजल पंप है। यहां सुबह करीब 4 बजे वारदात हुई। सीसीटीवी कैमरे के फुटेज के मुताबिक एक बाइक पर सवार होकर आए दो बदमाश तड़के 4 बजकर 2 मिनट 12 सेकंड पर पंप के ऑफिस में दाखिल हुए और वारदात के बाद 4 बजकर 3 मिनट 58 सेकंड पर बाहर निकल गए।
मैनेजर ने बताई हकीकत
घटना के बाद कर्मचारियों ने सबसे पहले मैनेजर दिनेश सिंह को सूचित किया तब उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को दी। तत्काल पुलिस पार्टी पेट्रोल पंप पर पहुंची। पंप मैनेजर ने बताया कि उनके यहां 14 कर्मचारी हैं। बुधवार को सेल्समैन अजीत सोनी एवं सुपरवाइजर जयप्रकाश सेन रात 10 से गुरुवार सुबह 6 बजे तक की ड्यूटी पर थे। जबकि सेल्समैन अंगद मिश्रा की ड्यूटी बुधवार शाम 6 से गुरुवार सुबह 6 बजे तक थी। घटना के वक्त यह तीनों कर्मचारी पंप कार्यालय में मौजूद थे। उन्होंने बताया कि इन तीन में अंगद मिश्रा सबसे पुराना कर्मचारी है जो करीब 9 वर्ष से है। सुपरवाइजर जय प्रकाश सेन को 3 वर्ष एवं सेल्समैन अजीत सोनी को लगभग 1 वर्ष हुआ है। जब पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे तो अजीत सोनी पंप में मौजूद नहीं था। उसे कॉल करके बुलाया गया।
कट्टा की नोक पर मारा
घटना के समय मौजूद रहे अंगद मिश्रा पुत्र नारायण प्रसाद मिश्रा निवासी डिलौरा बाइपास ने बताया कि रात के वक्त ड्यूटी में जयप्रकाश और अजीत उनके साथ एक ही कमरे में थे। दरवाजा लॉक नहीं था। सुबह के वक्त झपकी लग गई थी। जयप्रकाश लेटा था जबकि अजीत कुर्सी में ही आंख बंद कर लेटा था। अचानक दोनों नकाबपोश अंदर आए दरवाजा खोलने पर आहट नहीं हुई। अंदर आकर एक ने कट्टा और दूसरे ने बका निकाला। जो बदमाश कट्टा लिए था उसने अजीत को लात मारी तब सभी की नींद टूटी।
जान की भीख मांगते रहे
बताया जा रहा है कि बाइक पर सवार होकर आए बदमाशों ने पंप ऑफिस के मेन गेट पर बाइक खड़ी की थी। अंदर दाखिल होते ही इन्होंने हथियार निकाल कर तीनों कर्मचारियों को अपने कब्जे में कर लिया था। इस दौरान अंगद मिश्रा ने विरोध किया तो एक बदमाश ने उस पर कट्टे के बट से हमला कर दिया। इसके बाद अंगद ने अपनी जेब से पैसे निकाल कर बदमाशों के सामने रख दिए। बदमाश इस रकम के साथ काउंटर की दराज से भी पूरा पैसा बटोर कर फरार हो गए। वारदात के वक्त कर्मचारी इन बदमाशों के आगे हाथ जोड़े जान की भीख मांगते रहे।
जेब में थी बड़ी रकम
मालूम हुआ है कि बुधवार और गुरुवार की दरमियानी रात 2 बजकर 27 मिनट 36 सेकंड पर लूट के पहले अंतिम वाहन को 100 लीटर डीजल 9154 रुपए में दिया गया था। लूट के बाद 5 बजकर 2 मिनट 37 सेकंड पर पहला वाहन आया था जिसे 1000 रुपए में 10 लीटर 92 पॉइंट डीजल दिया गया। बुधवार की रात बिक्री का जो हिसाब था उसके मुताबिक 84950 रुपए बदमाश लूट कर ले गए हैं। यह रकम 100, 200, 500 और 2000 के नोटों में है। सबसे कम 2000 एवं सबसे अधिक 500 के नोट हैं। बताया गया कि अंगद मिश्रा के पास डीजल बिक्री के नगद 76026 रुपए थे जो उसने जेब से निकाल कर बदमाशों को दिए इसके अलावा रकम बदमाशों ने दराज से निकाली। शुरुआती जांच में पता चला की घटना से कुछ देर पहले करीब साढ़े ३ बजे एक ट्रक पंप पर आया था जो बगैर डीजल लिए चला गया था। इसके बारे में जब जानकारी ली गई तो पंप कर्मचारियों ने बताया कि यह उनकी अपनी कंपनी का ही ट्रक था।
मफलर से बांधा था मुंह
सीसीटीवी कैमरे का फुटेज देखने पर पता चला कि दोनों बदमाश सामान्य कद काठी के थे। जिनका पहनावा भी ठीक था। दोनों ने मफलर से मुंह बांध रखा था। एक बदमाश का चेहरा खुल भी गया था, जल्द ही उसने दोबारा मुंह बांध लिया था। एक बदमाश डार्क कपड़ों में था। दूसरे के कपड़े हल्के रंग के थे। दोनों बाएं हाथ में हथियार पकड़े थे। ऐसा माना जा रहा है कि बदमाशों ने शायद पुलिस को गुमराह करने के लिए बाएं हाथ का इस्तेमाल किया होगा। एक बात यह भी सामने आई है कि बदमाश अपने साथ एक खाली बोतल भी लेकर आए थे।
एसपी ने दिया टास्क
पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह के पहुंचने से पहले कोलगवां थाना प्रभारी डीपी सिंह चौहान दल बल के साथ पहुंचे थे। उन्होंने कर्मचारियों से घटना का विवरण लेकर बदमाशों की तलाश में टीम को दौड़ाया। पुलिस अधीक्षक ने घटनास्थल पहुंचकर पंप के कर्मचारियों से अलग-अलग बात करते हुए जानकारी ली और साइबर सेल की टीम को मौके पर ही टास्क देकर काम पर लगाया।
एक वारदात यह भी…
जिस दौरान पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह घटनास्थल का मुआयना कर रहे थे तभी वहां मौजूद उतैली निवासी नारेंद्र द्विवेदी पुत्र राम मनोहर द्विवेदी ने बताया कि उनके पास एक बल्कर एमपी 19 एच ए 4994 है जिसे गजीगवां गौरैया निवासी भागेंद्र साहू पुत्र राम लखन साहू चलाता है। 19-20 फरवरी को तड़के करीब साढ़े 3 बजे वह इसी रिलायंस पेट्रोल पंप से डीजल भरा कर प्रिज्म सीमेंट मनकहरी जा रहा था तब एक बाइक में सवार तीन लोगों ने पीछा किया और ट्रांसपोर्ट नगर के पास बीच सड़क पर बाइक लगाकर बल्कर को रोक लिया। इन बदमाशों के पास भी हथियार थे। इन्होंने ड्राइवर भार्गेंद्र साहू से पैसे मांगे जब तक यह बदमाश कुछ कर पाते पीछे और वाहन आ गए तब बदमाश बाइक पर सवार होकर भाग गए। नारेंद्र द्विवेदी ने बताया कि सुबह ड्राइवर ने उन्हें बताया लेकिन उन्होंने थाने में रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई।

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