घर से मिली पेटियां नागेन्द्र से हकीकत पता करने के बाद पुलिस ने उसे ही मोहरा बनाया। नागेन्द्र को ही दीपेन्द्र के पास कफ सीरप की पेटी लेने भेजा गया। इस दौरान पुलिस अपनी तैयारी में थी। जब नागेन्द्र कफ सीरप की पेटी लेकर दीपेन्द्र के घर से निकला तीाी पुलिस ने छापा मार दिया। तलासी लेने पर दीपेन्द्र के घर से 9 पेटी कफ सीरप और एक पेटी में रखी नशा करने वाली टेबलेट बरामद हुई। पुलिस का कहना है कि दीपेन्द्र को पूर्व में भी रामपुर बाघेलान थाना पुलिस नशीले पदार्थों की अवैध विक्री के मामले में गिरफ्तार कर चुकी है।
शहर से चलता है नेटवर्क नशा करने के लिए कफ सीरप और अेब्लेट बेचने का गोरखधंधा शहर की गलियों से गांव तक फैला है। हर रोज लाखों रुपए की सीरप और अेब्लेट सप्लाइ हो रही है। एसपी रियाज इकबाल का कहना है कि इस पूरे नेटवर्क को तोडऩे के लिए पुलिस ने योजना बनाई है। दवा प्रतिनिधियों की बैठक लेकर पता करेंगे कि सतना जिले में कफ सीरप और नशा करने वाली चिन्हित दवाओं की खपत कितनी है। दुकान संचालक कितना मंगाते हैं और दूसरे रास्ते से कितनी सीरप आती है। यह सब पता करते हुए उन सभी लोगों की निगरानी कराइ जाएगी जो इस कारोबार में पूर्व में पकड़े जा चुके हैं।
इस टीम को मिली सफलता कोलगवां थाना टीआइ आरपी सिंह के साथ एसआइ आरपी त्रिपाठी, शैलेन्द्र पटेल, एएसआइ भीमसेन उपाध्याय, प्रधान आरक्षक रणजीत सिंह, आरक्षक पुर्णेश पाण्डेय, अजीत सिंह, शुभम सिंह, मनोज सिंह, कमलाकर सिंह, विनोद मिश्रा, विपिन सोंधिया, सैनिक ओम प्रकाश द्विवेदी ने नशे के कारोबारियों को पकडऩे में अहम भूमिका निभाई है। एसपी ने साबासी देते हुए थाना पुलिस को कहा है कि इलाके में निगरानी तेज कराते हुए नशे के कारोबार पर अंकुश लगाना है।