एेसे पहचानें डिप्रेशन को – मन का उदास रहना और किसी काम में मन न लगना ।
– अधिक काम न करने पर भी खुद को थका हुआ महसूस करना। – हमेशा आत्मविश्वास में कमी और दिमाग में नकारात्मक विचार आना।
बच्चों को ऐसे पहचानें
– हमेशा चुपचाप रहने पर। – अकेला रहने पर ।
– स्कूल ही नहीं घर लौटने पर बाकी बच्चों के साथ न रहे।
पैरंट्स कर सकते हैं यह – बच्चे को जानने की कोशिश करें।
– पूछे उसे कौन सा विषय पसंद है और किस हीरो की फि ल्मे उसे पसंद हैं।
– हमेशा चुपचाप रहने पर। – अकेला रहने पर ।
– स्कूल ही नहीं घर लौटने पर बाकी बच्चों के साथ न रहे।
पैरंट्स कर सकते हैं यह – बच्चे को जानने की कोशिश करें।
– पूछे उसे कौन सा विषय पसंद है और किस हीरो की फि ल्मे उसे पसंद हैं।
– किसी भी बच्चे से उसकी तुलना न करें।
– ऑफि स से लौटने के बाद आपस में बात करने के बजाय अपने बच्चों के साथ वक्त बिताएं।
युवा अपना सकते हैं यह तरीका
– ऑफि स से लौटने के बाद आपस में बात करने के बजाय अपने बच्चों के साथ वक्त बिताएं।
युवा अपना सकते हैं यह तरीका
– रोजाना मेडिटेशन करें।
– किसी न किसी फि जिकल एक्टिविटी में खुद को अनिवार्य रूप से शामिल करें। – खान पान पर ध्यान दें।
– हमेशा अच्छा भोजन करें। – रोजाना कम से कम 6 घंटे की नींद लें।
– रात में सोने का समय तय करें और सुबह उठने का भी वक्त।
– किसी न किसी फि जिकल एक्टिविटी में खुद को अनिवार्य रूप से शामिल करें। – खान पान पर ध्यान दें।
– हमेशा अच्छा भोजन करें। – रोजाना कम से कम 6 घंटे की नींद लें।
– रात में सोने का समय तय करें और सुबह उठने का भी वक्त।
– जो साथी नशा करते हैं उनसे हमेशा दूरी बनाए रखें।
– नकारात्मक विचार रखने वाले साथियों से दूरी बनाएं। – अपनी जिंदगी का टारगेट फि क्स करें और उसी के अनुसार मेहनत करें।
– नकारात्मक विचार रखने वाले साथियों से दूरी बनाएं। – अपनी जिंदगी का टारगेट फि क्स करें और उसी के अनुसार मेहनत करें।