क्योकि अगर भक्तों के बीच सर्प पहुंचता तो भगदड़ मच जाती और बड़ा हादसा हो सकता था। सिर्फ इसी दुर्घटना से बचने के लिए एएसपी ने खुद की जान दांव पर लगाते हुए सैकड़ों की जान बचा ली। कुछ देर बाद सोशल मीडिया में एएसपी के साहस का किस्सा वायरल होने लगा। हर एक इंसान की जुआ पर एक ही नाम पुलिस अधिकारी हो तो ऐसा।
ये है मामला
मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार की सुबह करीब 11 बजे गर्भ गृह के पीछे अचानक एक सर्प खुली जगह पर आ गया। जिसे देखकर दर्शनार्थी शोर मचाने लगे। तब उनकी आवाज सुनकर मेला की सुरक्षा व्यवस्था के प्रभारी और एएसपी गौतम सोलंकी ने सर्प को अपने हाथ से उठाकर नीचे फेंक दिया। अगर वो सर्प पकडऩे वाले के आने का इंतजार करते तो स्थिति बिगडऩे का खतरा हो सकता था। घटनाक्रम के दौरान मंदिर परिसर में खासी भीड़ थी। जिन्होने एएसपी की बहादुरी से राहत की सांस ली।
मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार की सुबह करीब 11 बजे गर्भ गृह के पीछे अचानक एक सर्प खुली जगह पर आ गया। जिसे देखकर दर्शनार्थी शोर मचाने लगे। तब उनकी आवाज सुनकर मेला की सुरक्षा व्यवस्था के प्रभारी और एएसपी गौतम सोलंकी ने सर्प को अपने हाथ से उठाकर नीचे फेंक दिया। अगर वो सर्प पकडऩे वाले के आने का इंतजार करते तो स्थिति बिगडऩे का खतरा हो सकता था। घटनाक्रम के दौरान मंदिर परिसर में खासी भीड़ थी। जिन्होने एएसपी की बहादुरी से राहत की सांस ली।
और भी है इनमे खासियत
बता दें कि, एएसपी गौतम सोलंकी की चुस्त-दुरस्त अधिकारियों में इनकी गिनती की जाती है। जो फिटनेश का खास ध्यान रखते है। आज जब मूंछों का जमाना जा रहा है। फिर भी वह मूंछों का ऐसे मेंटेन करके रखते है कि जो इनसे मिलता है तो वाकई एक पुलिस अधिकारी से मिलने का अहसास होता है।
बता दें कि, एएसपी गौतम सोलंकी की चुस्त-दुरस्त अधिकारियों में इनकी गिनती की जाती है। जो फिटनेश का खास ध्यान रखते है। आज जब मूंछों का जमाना जा रहा है। फिर भी वह मूंछों का ऐसे मेंटेन करके रखते है कि जो इनसे मिलता है तो वाकई एक पुलिस अधिकारी से मिलने का अहसास होता है।
बोलते नहीं करके दिखाते है
आज कल देखने में अक्सर आता है कि मीडिया के सामने कुछ पुलिस अधिकारी चर्चा में बने रहने के लिए अक्सर दिखाई देते है। लेकिन एएसपी गौतम सोलंकी इन सब बातों पर विश्वास नहीं करते है। कम बोलते है, मौका मिला तो दिखा भी देते है।
आज कल देखने में अक्सर आता है कि मीडिया के सामने कुछ पुलिस अधिकारी चर्चा में बने रहने के लिए अक्सर दिखाई देते है। लेकिन एएसपी गौतम सोलंकी इन सब बातों पर विश्वास नहीं करते है। कम बोलते है, मौका मिला तो दिखा भी देते है।