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यूट्यूब पर वारदात का तरीका देख कर दिया था एटीएम ब्लास्ट

locationसतनाPublished: Feb 15, 2021 10:53:54 am

Submitted by:

Dhirendra Gupta

एटीएम ब्लास्ट करने वाला अंर्तराज्जीय गिरोह पकड़ में आया, 6 लाख 62 हजार की नकदी के साथ जब्त की गई स्कार्पियो, वारदात में शामिल रहा रीवा का चार सदस्यीय गिरोह, आइजी रीवा जोन ने किया अपराध का खुलासा

ATM blast was seen on YouTube

ATM blast was seen on YouTube

सतना. एटीएम को ब्लास्ट कर रकम से भरा कैश ट्रे लूटने का अपनी तरह का पहला मामला बिरसिंहपुर में सामने आया था। वारदात के बाद अपराधियों को पकडऩा इसलिए बड़ी चुनौती हो चुका था कि इसके पहले भी सतना जिले में एटीएम से संबंधित कई वारदातें हुई और अपराधी गिरफ्त में नहीं आ सके। पुलिस महानिरीक्षक रीवा जोन उमेश जोगा ने रविवार को एटीएम ब्लास्ट मामले का पर्दाफास करते हुए बताया कि अंर्तराज्जीय गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह बदमाश रीवा के रहने वाले हैं। इनके कब्जे से लूटी हुई रकम, घटना में प्र्रयुक्त वाहन जब्त कर लिया गया है। इस बड़ी कामयाबी पर आइजी ने पुलिस टीम की पीठ थपथपाते हुए इनाम देने की बात कही है। साथ ही पुलिस मुख्यालय स्तर पर भी इस अपराध खुलासे के लिए इनाम दिलाने को कहा है। वारदात के खुलासे के वक्त डीआइजी अनिल सिंह कुशवाह, पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह, एडिशनल एसपी सुरेन्द्र कुमार जैन, सीएसपी विजय प्रताप सिंह भी मौजूद रहे।
यह है मामला
29 व 30 जनवरी की दरमियानी रात सभापुर थाना क्षेत्र के बिरसिंहपुर कस्बा स्थित एक्सिस बैंक के एटीएम में विस्फोट करते हुए 9 लाख 60 हजार रुपए चोरी किए गए थे। जिसके बाद पुलिस ने अपराध क्र्रमांक 41/2021 में आइपीसी की धारा 457, 380, 461, 427 व 3/4 विस्फोटक अधिनियम, 3/5 सार्वजनिक संपत्ति नुकसान अधिनियम का प्रकरण पंजीबद्ध किया था। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह तत्काल मौके पर पहुच गए थे और उन्होंने आरोपियों की तालाश में सीमावर्ती क्षेत्र की नाकाबंदी कराते हुए पुलिस टीमों को रवाना कर दिया था।
आइजी ने दिया था टास्क
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस महानिरीक्षक रीवा जोन उमेश जोगा ने पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह के साथ मिलकर अपराधियों तक पहुंचने की योजना बनाई। जिसके लिए अलग अलग टीमें तैयार की गईं। पूर्व में हुई वारदतों में शामिल अपराधियों का पता लगाया उनमें से जेेल में बंद कई आरोपियों से पूछताछ हुई। जिला दमोह, कटनी, जबलपुर एवं पन्ना और नजदीकी उप्र में हुई इस तरह की घटनाओं का रिकॉर्ड खंगाला गया। पुलिस टीमें अपने टास्क पर लगी थीं तभी एक सूचना पर आरोपी मनीष कुशवाहा व उसके अन्य 3 साथियों को सतना के सोनौर मोड़ उतैली बाइपास से घटना में प्रयुक्त सफेद स्कॉर्पियो वाहन के साथ हिरासत में लिया गया।
एेसे दिया वारदात को अंजाम
खुलासा करते हुए आइजी ने बताया कि वारदात को अंजाम देने के लिए 6 महीने पहले से यूट्यूब में वीडियो देखकर एटीएम ब्लास्ट करने की योजना तैयार की थी। ब्लास्टिंग की प्रैक्टिस करने के लिए नदी में मछिलियों को मारने के लिए विस्फोटक सामग्री का उपयाग आरोपी करते थे। इसके बाद राकेश ने अपने भाई मनीष के साथ एटीएम की रैकी 3 महीने पहले कर ली थी और एक महीने पहले से आरोपी एटीएम के सामने नहीं आए ताकि फुटेज में किसी का चेहरा ना आ पाए। मनीष कुशवाहा अपने बड़े भाई राकेश कुशवाहा, साथी पुष्पेन्द्र कुशवाहा, बबलू साहू के साथ मिलकर 29 व 30 जनवरी की दरमियानी रात एटीएम में चोरी करने की योजना बनाई। तब राकेश ब्लास्ट करने के लिए विस्फोटक सामान व तार और बैटरी लेकर आया। राकेश और रिंकू को गोदहा मोड़ में मिले फिर मनीष के घर में किराए से रह रहे बबलू साहू को प्लान बता कर गोदहा मोड़ में शराब पिए। इसके बाद सभी ने अपने मोबाइल बंद कर दिए ताकि पुलिस मोबाइल से ट्रैक न कर पाए। सभी सफेद स्कार्पियों में बैठकर सभापुर पहुंचे। पुलिस गस्त पार्टी व लोगों की आवाजाही पर नजर रखी फिर गाड़ी से राकेश व रिंकू उतर कर ब्लाटिंग का सामान लेकर एटीएम के अंदर घुस गए। मनीष व बबलू आने जाने वालों पर नजर रखते रहे। तभी राकेश व रिंकू ने एटीएम ब्लास्ट कर कैश ट्रे लेकर गाड़ी में बैठ कर सेमरिया रीवा तरफ निकल गए। गाड़ी में ही कैस ट्रे से पैसे निकाल कर रास्ते में टमस नदी में कैस ट्रे को गहरे पानी में फेंक दिया। पैसों का आपस में बटवारा कर लिया। घटना को अंजाम देने के बाद मनीष और राकेश उत्तर प्रदेश निकल गए और वहां भी इसी तरह की घटना को अंजाम देने के लिए योजना बना रहे थे।
यह हैं एटीएम लूट के आरोपी
पुलिस ने एटीएम लूट के मामले में आरोपी मनीष कुशवाहा पुत्र बुद्धसेन कुशवाहा (40) निवासी चिरहुला कॉलोनी रीवा हाल निवासी सिरमौर थाने के पीछे सिरमौर जिला रीवा, संतोष कुशवाहा उर्फ राकेश वर्मा पुत्र बुद्धसेन कुशवाहा (42) निवासी चिरहुला कॉलोनी रीवा हाल निवासी गोदहा सिरमौर, पुष्पेंद्र कुशवाहा उर्फ रिंकू पुत्र नाथू लाल कुशवाहा (27) निवासी उतरी कोलान बस्ती सतना, बबलू साहू पुत्र हरिप्रसाद साहू (26) निवासी भटिगवां जिला अनूपपुर हाल निवास सिरमौर जिला रीवा को गिरफ्तार किया है। जबकि इन अपराधियों को विस्फोटक सामग्री उपलब्ध कराने के मामले में सेमरिया निवासी रामभगत शुक्ला की गिरफ्तारी की गई है। पुलिस का कहना है कि आरोपी दोनो भाई राकेश एवं मनीष कुशवाहा के सतना जिले के अलावा रीवा, पन्ना, सीधी, कटनी, शहडोल व अन्य जिलों में पूर्व से कई अपराध पंजीबद्ध हैं। जिसमें वे लगातार फरार चल रहे थे। फरार रहते हुए आरोपी अवैध शराब बिक्री, लूट, नकबजनी, टावरों में चोरी, मूर्ति चोरी समेत कई अपराधों शामिल रहे। अभी इन सभी आरोपियों का अपराधिक रिकॉर्ड पुलिस खंगाल रही है।
जब्त की गई मोटी रकम
एटीएम ब्लास्ट के बाद पता चला था कि करीब 9 लाख 60 हजार रुपए की लूट हुई है। पुलिस ने पकड़े गए अपराधियों के कब्जे से 6 लाख 62 हजार रुपए नकद जब्त कर लिए। इसके अलावा घटना में प्रयुक्त सफेद स्कॉर्पियो वाहन, एक मोबाइल फोन, लूटी हुई एटीएम कैस ट्रे, बैंक खातों की जानकारी, विस्फोटक सामग्री भी जब्त करते हुए जांच कार्रवाही तेज कर दी है।
विस्फोटक देने वाले से पूछताछ
पुलिस का कहना है कि आरोपियों को विस्फोटक सामग्री उपलब्ध कराने वाला सेमरिया निवासी रामभगत शुक्ला है। जिसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। खबर है कि रामभगत को कार्रवाही से बचाने के लिए रीवा के लिए कुछ सपुेदपोश सिफारिश कर रहे हैं। इसलिए उसकी गिरफ्तारी बाकी आरोपियों के साथ नहीं हो सकी। पुलिस ने रामभगत को छोड़ बाकी चारों आरोपियों को रविवार को अदालत में पेश करते हुए 10 दिन का पुलिस रिमांड मांगा था। लेकिन तीन दिन का ही रिमांड स्ीकृत हुआ। अब 17 फरवरी को आरोपी अदालत में पेश किए जांएगे। इस दौरान पुलिस आरोपियों के बैंक खाते, उनसे जुड़े लोगों की जानकारी जुआएगी और बाकी की रकम भी जब्त करने का प्रयास करेगी।
इस टीम को मिली कामयाबी
इस गिरोह को पकडऩे में प्रभारी एसडीओपी चित्रकूट गौरी शंकर अहिरवार, डीएसपी अजाक ख्याति मिश्रा, थाना प्रभारी सभापुर निरीक्षक एसपी सिंह चंदेल, थाना प्रभारी मझगवां ओपी चोगड़े, थाना प्रभारी बदेरा भूपेन्द्र मणि पाण्डेय, उप निरीक्षक आशीष धु्रर्वे, नागेश्वर मिश्रा, वीके तिवारी, एएसआइ पंचरत्न द्विवेदी, आरक्षक राजेश यादव, विकास सिंह, शंहशाह, अजीत मिश्रा, कमलाकर, संजय यादव, शिवम शुक्ला, अंकेश मरमट, बृजेश सिंह, वाजिद खान, संतोष धुर्वे एवं शुभम परिहार, साइबर सेल आइजी ऑफिस से एएसआइ (एम) सोनल झॉ, आरक्षक अनिल दुबे, रविन्द्र पाल, शुभम बरोरे, संजय कुमार नापित, मयंक तिवारी, साइबर सेल सतना प्रभारी अजीत सिंह, प्रधान आरक्षक दीपेश कुमार, आरक्षक विपेन्द्र, असलेन्द्र व संदीप सिंह की अहम भूमिका रही।
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