शिवसेना दिखाएगी काले झंडे
जिले एवं नगर की समस्याओं को लेकर शिवसेना ने मुख्यमंत्री के सतना आगमन पर विरोध स्वरूप काले झण्डे दिखाने का निर्णय लिया गया है। कलेक्टर को दी गई सूचना में बताया गया कि एनएच 7 की दयनीय हालत और गड्ढों से भरी सड़क, निगम द्वारा अतिक्रमणकारियों को हटाने के बाद व्यवस्थापन न करना, सतना रीवा रोड सालों से अधूरी रहना, नशीले पदार्थों पर लगाम नहीं, स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने जैसे मु²ों पर शासन-प्रशासन द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसलिए विरोध स्वरूप सीएम को काले झंडे दिखाए जाएंगे।
मुकदमे वापस हों
जनपद उपाध्यक्ष बालेश त्रिपाठी ने कहा कि भाजपा देश को जातिगत राजनीति में झोंकने के इरादे से विवादित एससीएसटी कानून लाई है। जब सामान्य, पिछड़ा व अल्पसंख्य समुदाय इसका शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर विरोध कर रहा है तो उस पर मुकदमे दर्ज कराए जा रहे हैं। बालेश ने ऐसे आंदोलनकारियों पर दर्ज किए गए मुकदमों को वापस लेने की मांग की है।कहा अपनी जान जोखिम में डालकर किसान टावर पर चढ़े हुए हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री के सतना आगमन पर काली चूड़ी भेंट की जाएगाी।
आधा सैकड़ा से ज्यादा लोगों के घरों में पुलिस की दबिश
आधा सैकड़ा से ज्यादा लोगों के यहां पुलिस दबिश दे चुकी है तो एक दर्जन से ज्यादा लोगों को उनके घरों और कार्यस्थलों से उठा कर थाने में बैठा लिया गया है। सीएम कार्यक्रम में किसी भी प्रकार का व्यवधान न हो इसलिए यह प्रतिबंधात्मक कार्रवाई किए जाने की बात पुलिस कर रही है। उधर सर्व समाज संघर्ष समिति के अरुण द्विवेदीदी नेता मोहनिया, शारदा शुक्ला, भैया सिंह, संजय सिंह को हिरासत में लिए जाने की जानकारी सामने आई है। मामले में समिति की ओर से जारी बयान में कहा गया कि भयभीत मुख्यमंत्री की पुलिस निर्दोष लोगों को अंग्रेज जमाने की तरह उठा रही है। लेकिन इसके बाद भी 11 बजे बीटीआइ ग्राउंड में लोग जुटेंगे। एट्रोसिटी एक्ट का विरोध अंतिम स्तर तक जारी रहेगा और विरोध से सीएम को अवगत कराया जाएगा। पुलिस ने विरोध का रुख भांप कर कई कांग्रेसी नेताओं और कुछ अन्य प्रदर्शनकारियों के यहां भी दबिश दी। लेकिन अंदेशा होने के कारण ज्यादातर लोग भूमिगत हो गए हैं। इसे लेकर पुलिस की पेशानी में बल हैं कि कहीं इनके द्वारा सीएम कार्यक्रम में कोई व्यवधान न पैदा कर दिया जाए।