सतना

बेटे की करतूत से शर्मिंदा परिवार घर में ताला लगाकर छिप गया कहीं, ये है टेरर फंडिंग के मुख्य आरोपी का घर

टेरर फंडिंग के आरोप में सीधी निवासी सौरभ शुक्ला को यूपी एटीएस द्वारा गिरफ्तार करने से हड़कंप मचा हुआ है।

सतनाJul 29, 2019 / 05:23 pm

suresh mishra

ATS arrested sidhi saurabh shukla in prayagraj Uttar Pradesh

सीधी। टेरर फंडिंग के आरोप में सीधी निवासी सौरभ शुक्ला को यूपी एटीएस द्वारा गिरफ्तार करने से हड़कंप मचा हुआ है। बेटे की करतूत से शर्मिंदा परिवार घर में ताला लगाकर कहीं चला गया है। परिवार से पूछताछ करने के लिए यूपी एटीएस की टीम भी गृहग्राम अगहार पहुंची, लेकिन उसे बैरंग वापस लौटना पड़ा। बताया जाता है कि रविवार सुबह परिवार ग्राम अगहार में मौजूद था।
सुबह के वक्त पिता रविशंकर शुक्ला, माता व छोटा भाई मोहित शुक्ला को देखा भी गया था। जब टेरर फंडिंग में एटीएस द्वारा सौरभ की गिरफ्तारी की सूचना आई, तो अधिकतर ग्रामीण घर पहुंचकर पिता से जानकारी लेना चाहते थे। घर के सामने मजमा जमा रहा, पिता भी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं थे। दोपहर होते-होते परिवार के सदस्यों ने घर में ताला लगाया और कहीं निकल गए।
बुआ के यहां आना-जाना
सूत्र बताते हैं कि सौरभ की एक बुआ यूपी के प्रयागराज में रहती है। वहां सौरभ का अक्सर आना-जाना लगा रहता था। इस बार भी शायद वह अपने बुआ के यहां ही गया था। इसकी सूचना मिलते ही एटीएस टीम सक्रिय हुई और प्रयागराज के चंद्रशेखर आजाद पार्क से शनिवार को गिरफ्तार कर लिया।
शुक्ला सर्विसिंग सेंटर के नाम से पोस्ट
सौरभ शुक्ला शिब्बू नाम से उसकी फेसबुक आईडी है। उस पर उसने 26 जून को शुक्ला सर्विसिंग सेंटर का एक फ्लैक्स पोस्ट किया है। इसमें वाहन रिपेयरिंग व पुराने वाहन बेचने की जानकारी उल्लेखित है। सेंटर कहां है, इस बात का उल्लेख नहीं है। जबकि पोस्ट से स्पष्ट है कि फ्लैक्स किसी दुकान में लगा है। हालांकि, सौरभ के परिवार वालों व गांव वालों को इस सर्विसिंग सेंटर के संबंध में कोई जानकारी नहीं थी।
शनिवार को पिता से 500 रुपए लेकर निकला था
सौरभ के परिजनों ने बताया कि वह शनिवार की सुबह घर से निकला था। उसने पिता से 500 रुपए लिए थे और त्योंथर जाने की बात कह कर निकला था। इसके बाद शनिवार की देर रात मोबाइल पर बताया गया कि बेटे को एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसके पिता ने सौरभ की गिरफ्तारी के बाद आम लोगों से खुद को दूर कर लिया है। परिजनों की मानें तो पिता यही कह रहे हैं कि उनका बेटा ऐसा काम करेगा विश्वास ही नहीं था। उसने देश द्रोह का काम किया है यह जानकर आश्चर्य हो रहा है। लगातार वे ऐसा कहते हुए फूट-फूट कर रोते हैं और यह कहते हैं कि लगता है कि जमीन फट जाए और वे उसमें समा जाएं।
गांव में प्राथमिक शिक्षा
ग्रामीणों के अनुसार, सौरभ शुक्ला की प्राथमिक शिक्षा कक्षा एक से चार तक एमएम कॉन्वेंट स्कूल लेहचुआं में हुई, इसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए वह रीवा चला गया था। वहां आगे की शिक्षा पूरी हुई। कक्षा 12वीं के बाद उसका पढ़ाई में कम ही मन लगता था, इसलिए वर्तमान में वह शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल बाघड़ से भोजमुक्त विश्वविद्यालय के माध्यम से बीए की पढ़ाई दूरवर्ती पाठ्यक्रम के माध्यम से कर रहा था।
पिता प्रभारी प्राचार्य
सौरभ का पूरा परिवार सीधी जिले के अगहार गांव में रहता है। पढ़ाई के सिलसिले में वह पहले रीवा और बाद में यूपी चला गया था। पिता रविशंकर शुक्ला बघवार कन्या हायर सेकंडरी स्कूल में प्रभारी प्राचार्य हैं। घटना की जानकारी लगने के बाद से परिवार सहित पूरा गांव आहत है।
करता था ठेकेदारी
सौरभ रीवा के रतहरा में रहकर करीब एक वर्ष से विद्युत कंपनी के माध्यम से चलाई जा रही सौभाग्य योजना के तहत पेटी में काम लेकर पोल गाडऩे का काम कर रहा था। इसकी जानकारी परिवार व मित्रों को थी। यह किसी को खबर नहीं थी कि वह टेरर फंडिंग करता है।

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