scriptराज्य सभा में उठी बघेली भाषा की मांग, भाजपा सांसद ने कहा- जिससे दोबारा न अपमानित हो कोई.. | Bagheli Language Demand for BJP Rajya Sabha MP Ajay Pratap Singh | Patrika News

राज्य सभा में उठी बघेली भाषा की मांग, भाजपा सांसद ने कहा- जिससे दोबारा न अपमानित हो कोई..

locationसतनाPublished: Jul 09, 2019 08:05:05 pm

Submitted by:

suresh mishra

भाजपा के राज्यसभा सांसद ने उच्च सदन में बघेली को 22वीं अनुसूची में शामिल कराने की उठाई मांगबघेली के संरक्षण पर सांसद का जोर

Bagheli Language Demand for BJP Rajya Sabha MP Ajay Pratap Singh

Bagheli Language Demand for BJP Rajya Sabha MP Ajay Pratap Singh

सीधी। राज्यसभा सांसद अजय प्रताप सिंह ने सोमवार को संसद में बघेली को संविधान के 22वीं अनुसूची में शामिल करने की मांग की है। उन्होंने इस मुद्दे पर अपनी बात भी बघेली में ही रखी। कहा कि सभापति महोदय इया बेरकी जब लोकसभा के चुनाव संपन्न भा, सांसदन के शपथ ग्रहण भय, अउ शपथ ग्रहण समारोह म जब हमरे रीवा के सांसद जनार्दन मिश्रा शपथ लेय का खड़े भें, त उनका रोक दीन गा। काहेकि ऊं बघेली भाषा म शपथ लेत रहें, अउर इया कहा गा कि बघेली भाषा संविधान के २२वें अनुसूची म शामिल नहीं आय, एसे अपना बघेली भाषा में शपथ नहीं लइ सके, तब ऊं हिंदी भाषा म शपथ लिहिन।
जइसन सबका अपने भाषा म गर्व है, गौरव है, हमू पंचे बघेलखंड म रहित थे, हमहू पंचेन का अपने भाषा से मोह है, गर्व है, गौरव है। बघेली भाषा उवा भाषा आय जउने म हिंदी के पहिल नाटक आनंद रघुनंदन लिखा गा, बघेली भाषा उवा भाषा आय, जउने म गोस्वामी तुलसीदास रामचरित मानस लिलिन हैं।
केवल अपना से हमार इया विनती हय कि अपना के माध्यम से हमार पंचेन के इया हमार पंचेन के गोहार सरकार तक पहुंचय, सदन के माध्यम से अपना सब लोगन के समर्थन मिलय अउर हमरेव इया भाषा का संविधान के 22वीं अनुसूची में शामिल कीन जाय, जउने भविष्य में केउ हमरे बघेलखंड के मनई इया सदन शपथ लेय चाहय त ओका रोका न जाय, टोका न जाय, इहय विनती करय खातिर हम इया सदन में खड़े भान हय, बहुत बहुत धन्यवाद।
मप्र के सात जिलों में बोली जाती है बघेली
सांसद अजय प्रताप सिंह ने कहा कि भाषा का एसे बहुत गौरव है अउर मप्र के सात जिला म बोली जात ही, इलाहाबाद, मिर्जापुर म अंश भाग म बोली जात ही, जबलपुर, कटनी और पन्ना जिला के अंश भाग म बोली जात ही, छत्तीसगढ़ के कोरिया जिला म अंश भाग म बोली जात ही, लगभग एक करोड़ पचहत्तर लाख के आसपास लोग एखा बोलत हमय, अउर इया बहुत सरल भाषा है।
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