जुटाई गई जानकारी के अनुसार, मैहर नगर पालिका के खिलाफ सर्वाधिक ३५ लाख, जिला स्वास्थ्य समिति सीधी पर पौने ७ लाख, स्कॉलर होम स्कूल सतना पर साढ़े ६ लाख, ज्ञान ज्योति हाईस्कूल रामपुर बाघेलान पर चार लाख, स्वामी विवेकानंद हायर सेकंडरी स्कूल सिविल लाइन सतना पर साढ़े तीन लाख व सीधी जिले के कॉन्ट्रेक्टर भानु प्रकाश कचेर पर सवा तीन लाख के करीब भुगतान शेष है। बैंक खाते सीज कर कुछ राशि जमा करा ली गई है। शेष के लिए कुर्की कार्रवाई व गिरफ्तारी वारंट संबंधी नोटिस जारी किया गया है। मैहर नगर पालिका व सीधी स्वास्थ्य समिति चंूकि शासकीय संस्थाएं हैं, इसलिए इनके लिए शासन स्तर पर पत्र लिखा गया है।
विभागीय सूत्रों की मानें तो सतना, सीधी व पन्ना जिले में ६०० के करीब संस्थाएं हैं, जिनकी पेंडेंसी लगातार बढ़ रही है। इनके खिलाफ भी जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। प्रथम चरण में आधा दर्जन बड़े बकायादारों को नोटिस जारी किया गया है। जल्द ही राशि जमा नहीं कराई तो प्रशासन का सहयोग लेकर उनकी सम्मत्ति कुर्क की जाएगी।
भविष्य निधि कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा है। नियोक्ताओं से आग्रह है कि वे इसे गंभीरता से समझें और भविष्य में दंडनात्मक कार्रवाई से बचने के लिए पीएफ राशि समय पर जमा करें।
पवन कुमार सिंह, क्षेत्रीय आयुक्त द्वितीय, इपीएफओ कार्यालय सतना