इस संबंध में मंडल ने जानकारी तलब करनी शुरू कर दी है। मप्र के सतना जिले में इस मापदण्ड में एक परीक्षा केंद्र आता है, जिसे बदलने का प्रस्ताव मंडल को भेजा जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार, सतना जिले के 29 परीक्षा केंद्र ऐसे थे, जहां बाहर से आने वाले प्रवासियों को रोकने के लिए क्वारंटीन सेंटर बनाया गया था।
हाल में ली गई जानकारी के अनुसार 28 विद्यालयों में अब कोई भी व्यक्ति क्वारंटीन नहीं है। अगर किसी में इक्का दुक्का लोग बचे भी थे वे खाली करके जा चुके हैं। ऐसे में अब इन विद्यालयों में वापस परीक्षा केंद्र के रूप में उपयोग में लिया जा सकेगा।
नागौद का उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जिले में इकलौता ऐसा केंद्र बचा है, जो अभी भी क्वारंटीन सेंटर के रूप में इस्तेमाल हो रहा है। ऐसे में इस परीक्षा केंद्र को बदलना पड़ेगा। इसकी तैयारी और रूपरेखा डीईओ कार्यालय ने तैयार कर ली है। बताया जा रहा है कि इसके स्थान पर स्थानीय निजी विद्यालय को परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा।
28 विद्यालय किए जाएंगे सेनीटाइज जिला शिक्षाधिकारी टीपी सिंह ने बताया कि जो २८ विद्यालय क्वारंटीन सेंटर के रूप में इस्तेमाल किए गए थे और उन्हें खाली करा लिया गया है। परीक्षा के पहले उन्हें पूरी तरह से सेनीटाइज किया जाएगा। पूरी साफ सफाई के बाद यहां परीक्षा कक्ष की पूरी तरह से साबुन से धुलाई करने के बाद इसे अलग से सेनीटाइज भी किया जाएगा।
इन विद्यालयों का विकल्प क्या हालांकि, डीईओ कार्यालय से यह तो स्पष्ट हो गया है कि २८ विद्यालय क्वारंटीन सेंटर से हटा लिए गए हंै। लेकिन वर्तमान स्थिति में इनका विकल्प क्या रखा गया है इस पर अभी कोई स्पष्ट जानकारी किसी जिम्मेदार की ओर से नहीं मिल पा रही है। यह जरूर बताया जा रहा है कि संबंधित क्षेत्र के किसी अन्य शासकीय भवन को क्वारंटीन सेंटर के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।