तराई में भय का माहौल
इस बार तराई क्षेत्र में डकैतों ने व्यापक पैमाने पर भय का माहौल बना दिया है। इस बीच लोकसभा चुनाव में मनमाफिक स्थिति पैदा करने के लिए डकैत सक्रिय नजर आ रहे हैं। गौरतलब है कि छह लाख के इनामी डाकू बबुली कोल गैंग ने रविवार की देर रात तीन बजे दर्जन भर साथियों के साथ मनगवंा गांव आकर ताबड़तोड़ गोलियों की बौछार कर दहशत फैलाई थी। परचून की दुकान संचालक मो. हारून के पुत्र आसिफ को गोली मार दी थी। उसका इलाज सतना मप्र में चल रहा है। इसके बाद घायल के पिता व प्रधानपति से लेकर कई ग्रामीणों को मारा पीटा था।
इस बार तराई क्षेत्र में डकैतों ने व्यापक पैमाने पर भय का माहौल बना दिया है। इस बीच लोकसभा चुनाव में मनमाफिक स्थिति पैदा करने के लिए डकैत सक्रिय नजर आ रहे हैं। गौरतलब है कि छह लाख के इनामी डाकू बबुली कोल गैंग ने रविवार की देर रात तीन बजे दर्जन भर साथियों के साथ मनगवंा गांव आकर ताबड़तोड़ गोलियों की बौछार कर दहशत फैलाई थी। परचून की दुकान संचालक मो. हारून के पुत्र आसिफ को गोली मार दी थी। उसका इलाज सतना मप्र में चल रहा है। इसके बाद घायल के पिता व प्रधानपति से लेकर कई ग्रामीणों को मारा पीटा था।
चुनाव में पड़ सकता है असर
मनगवां समेत टिकरिया व आसपास के गांव के रहवासी आने-जाने वालों को निहारते रहे। सभी के चेहरे पर भय दिखा। ग्रामीणों ने बताया कि लोकसभा चुनाव में भी इसका प्रभाव पड़ सकता है। मानिकपुर मारकुंडी व बहिलपुरवा थाने की पुलिस टीमें लगातार जंगलों में सर्चिंग कर रही हैं। बताया जा रहा कि मंगलवार व बुधवार को चित्रकूट एसपी समेत कई थाने की पुलिस टीमों ने मनगवां, निही व आसपास के जंगलों में कांबिंग की।
मनगवां समेत टिकरिया व आसपास के गांव के रहवासी आने-जाने वालों को निहारते रहे। सभी के चेहरे पर भय दिखा। ग्रामीणों ने बताया कि लोकसभा चुनाव में भी इसका प्रभाव पड़ सकता है। मानिकपुर मारकुंडी व बहिलपुरवा थाने की पुलिस टीमें लगातार जंगलों में सर्चिंग कर रही हैं। बताया जा रहा कि मंगलवार व बुधवार को चित्रकूट एसपी समेत कई थाने की पुलिस टीमों ने मनगवां, निही व आसपास के जंगलों में कांबिंग की।