बताया गया है कि भगवती गुप्ता की स्टेशन रोड पर टॉयर की दुकान है। वे एक टॉयर कंपनी के डिस्ट्रीब्यूटर भी हैं। लिहाजा ग्राउंड फ्लोर पर टॉयर दुकान बना रखी है और ऊपरी मंजिल में गोदाम है। सोमवार शाम करीब 6 बजे शार्ट सर्किट को कारण पहली मंजिल में स्थित गोदाम में आग लग गई। लेकिन, शटर बंद होने के कारण किसी को आग की जानकारी ही नहीं लग सकी। जब आग पूरे फ्लोर पर फैल गई और काला गहरा धुआं बाहर आने लगा, तो स्थिति स्पष्ट हुई। तब तक आग पूरी बिल्डिंग को अपने लपेटे में ले चुकी थी।
सूचना पर फायर ब्रिगेड टीम मौके पर पहुंची और आग पर नियंत्रण करने का प्रयास किया, लेकिन शुरुआती दो घंटे टीम को सफलता नहीं मिली। आग पहली मंजिल से दूसरी मंजिल तक पहुंच गई। जबकि फायर ब्रिगेड की टीम लगातार पानी की बौछार डालने का काम कर रही थी। इसके बाद अधिकारियों ने मौके पर क्रेन बुलाया। जिसके माध्यम से ऊपरी मंजिल पर पानी की बौछार डालने का काम शुरू हुआ। जिससे करीब 45 मिनट बाद आग पर नियंत्रण पा लिया गया। इस तरह रात 9 बजे प्रशासनिक अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
बंद किया गया यातायात
जिस स्थान पर आग लगी थी, वो शहर के प्रमुख मार्ग पर स्थित है। यातायात का दबाव काफी ज्यादा होता है। आग की स्थिति को देखते हुए यातायात पुलिस ने मार्ग को दोनों तरफ से बाधित कर दिया और ट्रैफिक को कृष्णनगर व ओवर ब्रिज की ओर से डॉयवर्ट कर दिया।
जिस स्थान पर आग लगी थी, वो शहर के प्रमुख मार्ग पर स्थित है। यातायात का दबाव काफी ज्यादा होता है। आग की स्थिति को देखते हुए यातायात पुलिस ने मार्ग को दोनों तरफ से बाधित कर दिया और ट्रैफिक को कृष्णनगर व ओवर ब्रिज की ओर से डॉयवर्ट कर दिया।
इसलिए बुलाई क्रेन
निगम दावा करता है कि फायर ब्रिगेड के माध्यम से 50 फीट ऊंची इमारत की आग भी बुझा सकता है। लेकिन स्टेशन रोड पर लगी टायर दुकान के तीसरी मंजिल तक ही पानी की बौछार सही ढंग से नहीं जा पा रही थी। जिसके चलते मौके पर क्रेन बुलाई गई। जिसके माध्यम से फायर ब्रिगेड का अमला ऊपरी मंजिल तक पानी की बौछार करने में सफल हुआ।
निगम दावा करता है कि फायर ब्रिगेड के माध्यम से 50 फीट ऊंची इमारत की आग भी बुझा सकता है। लेकिन स्टेशन रोड पर लगी टायर दुकान के तीसरी मंजिल तक ही पानी की बौछार सही ढंग से नहीं जा पा रही थी। जिसके चलते मौके पर क्रेन बुलाई गई। जिसके माध्यम से फायर ब्रिगेड का अमला ऊपरी मंजिल तक पानी की बौछार करने में सफल हुआ।
निकाले गए टायर
शुरुआती दौर में मौके पर पहुंचा अधिकारियों ने दुकान के अंदर व आसपास के हिस्से में रखे टायरों को हटाने का काम भी किया। ताकि आग उन टायरों में न लग सके। टायरों को दुकान से हटाकर सड़क पर रख दिया गया। जिसे बाद में हटाया गया।
शुरुआती दौर में मौके पर पहुंचा अधिकारियों ने दुकान के अंदर व आसपास के हिस्से में रखे टायरों को हटाने का काम भी किया। ताकि आग उन टायरों में न लग सके। टायरों को दुकान से हटाकर सड़क पर रख दिया गया। जिसे बाद में हटाया गया।