यह बताया पीडि़त ने
सिविल वार्ड महाराणा प्रताप चौक जबलपुर नाका दमोह निवासी पंकज कंडया पुत्र स्वतंत्र कुमार कंडया ने लिखित आवेदन देते हुए पुलिस को बताया कि वह ठेकेदारी करता है। सतना में अपने पार्टनर राजेन्द्र नगर निवासी अरुण कुमार पटनहा से कॉन्ट्रेक्ट पेमेंट लेने अपने साथी पंकज सिंघई के साथ आया था। यहां अरुण ने पंकज को पांच लाख रुपए नकद अपने घर से दिए और छह लाख रुपए का सेल्फ चेक दिया।
सिविल वार्ड महाराणा प्रताप चौक जबलपुर नाका दमोह निवासी पंकज कंडया पुत्र स्वतंत्र कुमार कंडया ने लिखित आवेदन देते हुए पुलिस को बताया कि वह ठेकेदारी करता है। सतना में अपने पार्टनर राजेन्द्र नगर निवासी अरुण कुमार पटनहा से कॉन्ट्रेक्ट पेमेंट लेने अपने साथी पंकज सिंघई के साथ आया था। यहां अरुण ने पंकज को पांच लाख रुपए नकद अपने घर से दिए और छह लाख रुपए का सेल्फ चेक दिया।
तरबूज लेने में गई रकम
रीवा रोड स्थित एचडीएफसी बैंक से चेक पेमेंट लेने के बाद पंकज कंडया अपने साथी पंकज सिंघई के साथ अपराह्न 3.03 बजे बैंक से निकला। दोनों सीजी 04 एचबी 2401 नंबर की कार में सवार होकर दमोह के लिए रवाना हुए। बकौल पंकज, वह सिविल लाइन में कोठी तिराहा के पास तरबूज लेने अपने दोस्त के साथ कार से उतरा। तरबूज का पैसा देने पर्स निकाला तभी एक युवक ने आकर कहा कि आपका पैसा गिर गया है। इसी बीच एक बदमाश ने कार के पीछे के दरवाजे से रुपयों से भरा बैग बीच वाली सीट से पार कर दिया।
रीवा रोड स्थित एचडीएफसी बैंक से चेक पेमेंट लेने के बाद पंकज कंडया अपने साथी पंकज सिंघई के साथ अपराह्न 3.03 बजे बैंक से निकला। दोनों सीजी 04 एचबी 2401 नंबर की कार में सवार होकर दमोह के लिए रवाना हुए। बकौल पंकज, वह सिविल लाइन में कोठी तिराहा के पास तरबूज लेने अपने दोस्त के साथ कार से उतरा। तरबूज का पैसा देने पर्स निकाला तभी एक युवक ने आकर कहा कि आपका पैसा गिर गया है। इसी बीच एक बदमाश ने कार के पीछे के दरवाजे से रुपयों से भरा बैग बीच वाली सीट से पार कर दिया।
रैकी कर रहा था बदमाश
पंकज को संदेह है कि कार से बैग चोरी करने वाला बदमाश उसकी रैकी कर रहा था। रुपयों के बैग के ऊपर पंकज ने एक और बैग रखा था। लेकिन बदमाश वही बैग लेकर भागा है जिसमें रुपए रखे थे। बैंक के सीसीटीवी फुटेज देखने पर एक संदेही चिह्नित किया गया है। पंकज का कहना है कि संदेही बिना किसी काम के बैंक में तफरी कर रहा था। गार्ड के पूछने पर उसने पैसा जमा करने के लिए आना बताया था।
25 हजार का इनाम
कॉन्ट्रेक्टर पंकज कंडया ने कहा कि अपराधी के पकड़ में आने पर वह 25 हजार रुपए का नकद इनाम देंगे। घटना को लेकर पुलिस सक्रिय हुई लेकिन कुछ हाथ नहीं लग सका। इलाके के कुछ बदमाशों से पूछताछ की जा रही है। पीडि़त ने घटना के बारे में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को भी जानकारी दी है ताकि अपराधी को पकडऩे में गंभीरता बरती जाए।
कॉन्ट्रेक्टर पंकज कंडया ने कहा कि अपराधी के पकड़ में आने पर वह 25 हजार रुपए का नकद इनाम देंगे। घटना को लेकर पुलिस सक्रिय हुई लेकिन कुछ हाथ नहीं लग सका। इलाके के कुछ बदमाशों से पूछताछ की जा रही है। पीडि़त ने घटना के बारे में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को भी जानकारी दी है ताकि अपराधी को पकडऩे में गंभीरता बरती जाए।
ताबीज लेने उतरी पत्नी
कोलगवां में रहने वाले रिटायर्ड प्रोफेसर सुमेर सिंह की पत्नी ऊषा सिंह ने बताया कि शादी में जाने के लिए वह बैंक लॉकर से गहने लेने गई थीं। नाती प्रणव शैलेश के साथ आईडीबीआई बैंक जाने के बाद वहां से गहने और लॉकर की चाबी पर्स में रखते हुए कार से टाउन हॉल के पास पहुंची। प्रणव गाड़ी में बैठा रहा और ऊषा ताबीज खरीदने सड़क के दूसरी ओर चली गईं। इसी बीच दोपहर करीब ३ बजे एक युवक ने आकर प्रणव को कहा कि मैडम के पैसे गिर गए। प्रणव गाड़ी का सेन्ट्रल लॉक खोल पैसा उठाने लगा तभी एक दूसरे बदमाश ने कार में सीट पर रखा गहनों से भरा पर्स चोरी कर लिया। प्रणव जब पलटा तो दोनों बदमाश गायब थे।
15 तोला सोने के गहने थे
बकौल ऊषा, पर्स में करीब 15 तोला सोने के गहने थे। इसके अलावा लगभग डेढ़ हजार रुपए नकद और लॉकर की चाबी उसी पर्स में रखी थी। गहनों में कुछ ऊषा की बेटी के जेवर भी थे। पीडित परिवार ने बताया कि घटना का पता चलते ही पुलिस को सूचना दी गई थी। पूछताछ करने पुलिस आई थी। लेकिन दूसरी ओर रात 9 बजे तक टीआई हेमंत विष्णु वर्वे यही बता रहे थे कि कोई लिखित शिकायत उनके पास नहीं आई है।
बकौल ऊषा, पर्स में करीब 15 तोला सोने के गहने थे। इसके अलावा लगभग डेढ़ हजार रुपए नकद और लॉकर की चाबी उसी पर्स में रखी थी। गहनों में कुछ ऊषा की बेटी के जेवर भी थे। पीडित परिवार ने बताया कि घटना का पता चलते ही पुलिस को सूचना दी गई थी। पूछताछ करने पुलिस आई थी। लेकिन दूसरी ओर रात 9 बजे तक टीआई हेमंत विष्णु वर्वे यही बता रहे थे कि कोई लिखित शिकायत उनके पास नहीं आई है।