परिषद अध्यक्ष अशोक गुप्ता ने कलेक्टर सतेंद्र सिंह को दिए गए शिकायती पत्र में बताया कि विधायक रामखेलावन पटेल मेरे अध्यक्ष पद का प्रभार लेने के बाद से निकाय के विकास कार्यों को अवरुद्ध करने की मंशा से विधि सम्मत कामों की अनावश्यक शिकायतें कर रोकने का प्रयास करते हैं। उन्होंने कई उदाहरण भी दिए हैं। सभी परिषद सदस्यों के समक्ष वैधानिक रूप से संचालित की जा रही परिषद की बैठक को स्थगित करने की शिकायत की गई। शासन के निर्देशानुसार परिषद के प्रस्ताव के आधार पर परिसीमन की कार्रवाई की जा रही है। इसमें भी विधायक व्यवधान उत्पन्न कर रहे हैं। निकाय के कर्मचारियों की आधार विहीन शिकायतें की जाती हैं। अमरपाटन विधायक की शिकायत के बाद नगर परिषद क्षेत्र की राजनीति एक बार फिर गरर्मा गई है। अध्यक्ष और विधायक के विवाद की चर्चा आमलोगों में जोरों पर चल रही है।
डंडामार कांड में शामिल पूर्व में स्थगन प्राप्त कर्मचारी जिन्होंने तत्कालीन मुख्य नगर पालिका अधिकारी पर प्राणघातक हमला किया था, उनके जमानत में आने के बाद उन्हें ज्वाइन कराने के लिए जबरन दबाव बना रहे हैं। उपयंत्री देवरत्नम सोनी के सही कार्य करने के बाद भी निकाय से हटाने के दबाव बनाए जा रहे हैं। दबाव के कारण काम करने में परेशानी हो रही है।
परिषद अध्यक्ष अशोक कुमार गुप्ता ने विधायक पर गंभीर आरोप लगाया है। कहा कि पूर्व भंडार प्रभारी रामावतार पटेल के विरुद्ध गबन करने के उपरांत कार्यालय की कार्रवाई में पत्र क्रमांक 166 दिनांक 30/07/2018 से पुलिस अधीक्षक को कार्रवाई न करने पत्र लिखा गया। जबकि उनके विरुद्ध कार्रवाई करने नगर परिषद से लेख किया गया था।
परिषद अध्यक्ष ने कलेक्टर को शिकायती पत्र के माध्यम से बताया कि प्रधानमंत्री आवास अंतर्गत अपात्र पाए गए हितग्राहियों के खाते में किस्त डालने के लिए दबाव बनाया जाता है। पहले भी इसी मसले पर इन्होंने आंदोलन करने की धमकी दी थी।