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शादी की सालगिरह के दिन उठी आरक्षक की अर्थी

locationसतनाPublished: Jun 15, 2020 11:52:32 pm

Submitted by:

Dhirendra Gupta

खुली हवा में घूम रहे हत्यारोपियों का सुराग नहीं, गिरफ्तारी के लिए 10 हजार रुपए का इनाम, एसपी ने थाना प्रभारी नयागांव को किया निलंबित, सैनिक सम्मान के साथ गृह ग्राम भेजा शव

Blessings arose on wedding anniversary

Blessings arose on wedding anniversary

सतना. चित्रकूट के नयागांव में ट्रैक्टर से कुचलकर आरक्षक की मौत के मामले में पुलिस ने हत्या का अपराध दर्ज किया है। रविवार की दोपहर हुई इस वारदात के बाद अब पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल ने पुलिस की पांच अलग अलग पार्टियां आरोपियों की तलाश में रवाना की हैं। लेकिन आरोपी गिरफ्त में नहीं आ सके। दूसरी ओर सोमवार की सुबह शव का पोस्टमार्टम होने के बाद एसपी समेत पुलिस के अन्य अधिकारियों ने आरक्षक की पार्थिव देह को सलामी देते हुए गृह ग्राम के लिए पुलिस बल के साथ रवाना कर दिया।
पतनी को नहीं रही सुध
प्रबल प्रताप की भर्ती रतलाम से 2014 में हुई थी। तीन साल पहले ही वह सतना जिले में आया था। 15 जून 2019 को ही प्रबल की शादी हुई थी। सोमवार को ही उसकी शादी की पहली सालगिरह थी। लेकिन वक्त का फेर ऐसा रहा कि आज के ही दिन उसकी अर्थी उठी। इस वारदात ने प्रबल के परिवार पर गहरा आघात पहुंचाया है। प्रबल की पत्नी भी आखिरी बार उसे देखते वक्त सुध खो बैठी थी।
सलामी गार्ड के साथ पॉयलट
रक्षित निरीक्षक सत्य प्रकाश मिश्रा ने बताया, आर्थिक मदद के लिए विभागीय कार्रवाही करते हुए पीडि़त परिवार को राशि दी गई। सैनिक सम्मान के साथ आरक्षक प्रबल प्रताप सिंह का शव उनके गृह ग्राम उप्र के रायबरेली जिले में बन्ना मऊ के लिए रवाना कर दिया गया। एक वाहन में शव भेजा गया जबकि एक पॉयलट वाहन के साथ सलामी गार्ड सहायक उप निरीक्षक हरि नारायण मिश्रा नेतृत्व में रवाना की गई है। इनके साथ थाना नयागांव से उप निरीक्षक के साथ एक हवलदार, तीन सिपाही गए हैं।
यह हैं आरोपी
नयागांव थाना पुलिस पहले आरक्षक की मौत के मामले को हादसा बताती रही। लेकिन जब इसके साथ मूर्ति का मामला उछला तो रविवार की रात पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल को दलबल के साथ चित्रकूट पहुंचना पड़ा। जिसके बाद हत्या का अपराध कायम कराया गया। नयागांव थाना में अपराध क्रमांक 91/2020 में आइपीसी की धारा 302, 34 के तहत कायमी की गई। इस मामले में पउधा पटेल व लाला पटेल उर्फ धनपत को आरोपी बनाया गया है। सूत्र बताते हैं कि जब एसपी ने अपनी टीमें दौड़ाईं तो पुलिस को आरोपी नहीं मिले। ऐसे में पुलिस ने उनके पड़ोस के ही नवल किशोर, लवकुश पुत्र शिवलाल, गोविन्द पुत्र रामदास, दीपक पुत्र रामदास और आरोपियों के पिता रामऔतार को पकड़ लिया। अब इनसे आरोपियों के बारे में सुराग लगाया जा रहा है।
थाना प्रभारी पर यह आरोप
थाना प्रभारी नयागांव आशीष धुर्वे की निलंबन कार्रवाही के संबंध में एसपी रियाज इकबाल ने बताया कि थाना प्रभारी ने नयागांव थाना में पदस्थ आरक्षक 514 प्रबल प्रताप सिंह की मृत्यु के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों एवं मीडिया को गलत सूचना दी। जबकि रोजनामचा में आरक्षक ५१४ की थाना प्रभारी के हमराह वापसी दर्ज है। तब भी थाना प्रभारी ने घटना की गंभीरता को ध्यान में न देकर दुघर्टना बताते हुए जानकारी देकर पदीय दायित्वों का निर्वहन न कर कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही बरती। मंदाकनी नदी चित्रकूट में सफाई के दौरान नाविकों को अष्टधातु की प्रतिमा मिलने पर प्रतिमा को नागरिकों ने थाना में लाकर दिया। जिस प्रतिमा को मालखाना में रखकर कोई कार्रवाही नहीं की एवं वरिष्ठ अधिकारियों को भी सूचना नहीं देकर घोर लापरवाही एवं कर्तव्य के प्रति उदासीनता बरतना पाया गया। ऐसे में उप निरीक्षक आशीर्ष धुर्वे को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर पुलिस लाइन सतना संबद्ध किया है। मूर्ति के मामले में एसपी ने एसडीओपी चित्रकूट वीपी सिंह व डीएसपी मुख्यालय हितिका वासल को जांच सौंपी है। इसके साथ ही थाना की कमान अब पुलिस अधीक्षक कार्यालय की रीडर शाखा में पदस्थ उप निरीक्षक आरबी त्रिपाठी को सौंपी गई है।
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