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जोधपुर

जोधपुर में लगातार बढ़ रहे डेंगू के मरीज लेकिन सरकारी अस्पताल में नहीं मिल रहीं प्लेटलेट्स

एमजीएच की मशीन खराब, उम्मेद में मशीन का किट खत्म, दोनों अस्पतालों में दोपहर तक नहीं हुई डेंगू की जांच

जोधपुरOct 07, 2016 / 11:21 am

Nidhi Mishra

blood platelets

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शहर के अस्पतालों में भर्ती डेंगू के मरीजों की परेशानी गुरुवार को और बढ़ गई। एक तरफ तो डेंगू मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वहीं मथुरादास माथुर अस्पताल, महात्मा गांधी अस्पताल और उम्मेद अस्पताल के मरीजों को प्लेटलेट्स मिलना बंद हो गया है। महात्मा गांधी अस्पताल की सिंगल डोनर प्लेटलेट (एसडीपी) मशीन गुरुवार सुबह खराब हो गई। वहीं उम्मेद अस्पताल की एसडीपी मशीन का किट खत्म हो गया। डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के दो अस्पतालों में ही एसडीपी सुविधा होने से तीनों अस्पतालों में भर्ती मरीजों के लिए एसडीपी की सप्लाई बंद हो गई। मजबूरन मरीजों को ज्यादा पैसे देकर निजी ब्लड बैंकों से एसडीपी लाना पड़ रही हैं। यदि उम्मेद अस्पताल ब्लड बैंक के जिम्मेदार समय रहते किट मंगा लेते तो मरीजों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता।
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निजी ब्लड बैंक में देने पड़ते हैं ज्यादा रुपए

सरकारी अस्पताल की ब्लड बैंकों की तुलना में निजी ब्लड बैंक में मरीजों को एसडीपी के लिए ज्यादा रुपए देने पड़ते हैं। सरकारी ब्लड बैंकों की मशीन खराब और किट खत्म होने से मरीजों को निजी ब्लड बैंक से एसडीपी 7500 रुपए प्रति यूनिट की तुलना में साढ़े आठ व साढ़े नौ हजार रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से खरीदना पड़ रही है।
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रोज 20 यूनिट एसडीपी की मांग

एमडीएमएच, एमजीएच व उम्मेद अस्पताल में भर्ती डेंगू मरीजों के लिए रोज करीब 20 यूनिट एसडीपी की मांग रहती है। एमजीएच ब्लड बैंक से रोज करीब 10-15 यूनिट और उम्मेद ब्लड बैंक से रोज करीब 5 यूनिट एसडीपी की मांग रहती है।
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जयपुर सूचना कर दी है

किट गुरुवार सुबह ही खत्म हुआ था। हमने जयपुर सूचना कर दी है। शुक्रवार सुबह तक किट आ जाएगा और मरीजों को एसडीपी मिलना शुरू हो जाएगी।
– डॉ. मंजू बोहरा, प्रभारी, ब्लड बैंक, उम्मेद अस्पताल, जोधपुर

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