इसकी शुरुआत शाम 5 बजे दो युवकों की कहासुनी से हुई थी। घटना के बाद से गांव में भारी तनाव है।पुलिस प्रशासन द्वारा एेहतियातन गांव में घटना वाली रात से फोर्स तैनात की गई है। संघर्ष के दूसरे दिन तीन थानों का बल गांव में लगाया गया। बावजूद इसके एक पक्ष के समर्थन में आए बाहरी लोगों ने उत्पात मचाकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की। उधर, मारे गए युवक का अंतिम संस्कार भारी पुलिस बंदोबस्त के बीच मंगलवार को कराया गया।
राजू यादव की मौत रामपुर टीआइ राजेंद्र मिश्रा ने बताया कि गांव के यादव समाज व पाल समाज के बीच मारपीट में संदीप यादव उर्फ लल्ला (18) पिता राजू यादव की मौत हो गई और गंभीर रूप से घायल शिवचरण यादव (35) को जिला अस्पताल सतना से रीवा रेफर किया गया। हालत में सुधार नहीं होने पर जबलपुर भेजा गया।
दो युवकों के बीच कहासुनी पुलिस का कहना है कि यादव व पाल समाज में कोई रंजिश या विवाद नहीं था। दो युवकों के बीच कहासुनी व गालीगलौज से इतना बड़ा विवाद हो गया। बकौल टीआइ, गांव में हालात पूरे नियंत्रण में हैं। दोनों पक्षों पर मुकदमा कायम कर लिया गया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
दो पक्षों पर मुकदमा, कुल 17 आरोपी
दोनों पक्षों पर बलवा व मारपीट का प्रकरण दर्ज किया गया लेकिन यादव परिवार के लड़के की मौत के बाद पाल गुट के लोगों पर धारा 302 लगाई गई है। पाल समाज के लोगों के खिलाफ धारा 302, 147, 148, 149, 294, 323, 324 व 506 तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया। इसमें जीवनलाल, राकेश पाल, अरुण पाल, कल्लू, लालमन, मोहन, योगेंद्र, कमलेश, सुंदरलाल, विश्वनाथ, शैलेंद्र आदि आरोपी बनाए गए हैं। यादव पक्ष लोगों पर धारा 147, 148, 149, 294, 323, 324 एवं 506 के तहत एफआइआर दर्ज की गई है। इसमें महेंद्र, छोटी, गोरेलाल, राहुल यादव आदि आरोपी बनाए गए हैं।
दोनों पक्षों पर बलवा व मारपीट का प्रकरण दर्ज किया गया लेकिन यादव परिवार के लड़के की मौत के बाद पाल गुट के लोगों पर धारा 302 लगाई गई है। पाल समाज के लोगों के खिलाफ धारा 302, 147, 148, 149, 294, 323, 324 व 506 तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया। इसमें जीवनलाल, राकेश पाल, अरुण पाल, कल्लू, लालमन, मोहन, योगेंद्र, कमलेश, सुंदरलाल, विश्वनाथ, शैलेंद्र आदि आरोपी बनाए गए हैं। यादव पक्ष लोगों पर धारा 147, 148, 149, 294, 323, 324 एवं 506 के तहत एफआइआर दर्ज की गई है। इसमें महेंद्र, छोटी, गोरेलाल, राहुल यादव आदि आरोपी बनाए गए हैं।
बाहर से आए लोगों ने काटा बवाल
यादव व पाल पक्ष में खूनी संघर्ष के बाद रात में पहले रामुपर का पुलिस बल तैनात किया गया लेकिन तनाव बढ़ता देख मंगलवार की सुबह कोलगवां व पुलिस लाइन का बल भी मंगाया गया। इस दौरान 3 टीआइ, 4 एएसआइ व 60 पुलिसकर्मियों की निगरानी में गांव छावनी बना रहा। बताया गया कि मंगलवार को यादव समाज के लड़के के दाह संस्कार के दौरान माहौल बिगाडऩे की कोशिश हुई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि बाहर से आए करीब आधा सैकड़ा लोगों ने बवाल काटा लेकिन जल्दी ही काबू में कर लिए गए। गांव का माहौल ठीक नहीं होने से पुलिस पहले हुड़दंगियों का तमाशा देखती रही फिर दाह संस्कार होते ही खदेड़ दिया। मौहार में अब भी 25 की संख्या में बल मौजूद है, निगरानी जिला मुख्यालय से हो रही है।
यादव व पाल पक्ष में खूनी संघर्ष के बाद रात में पहले रामुपर का पुलिस बल तैनात किया गया लेकिन तनाव बढ़ता देख मंगलवार की सुबह कोलगवां व पुलिस लाइन का बल भी मंगाया गया। इस दौरान 3 टीआइ, 4 एएसआइ व 60 पुलिसकर्मियों की निगरानी में गांव छावनी बना रहा। बताया गया कि मंगलवार को यादव समाज के लड़के के दाह संस्कार के दौरान माहौल बिगाडऩे की कोशिश हुई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि बाहर से आए करीब आधा सैकड़ा लोगों ने बवाल काटा लेकिन जल्दी ही काबू में कर लिए गए। गांव का माहौल ठीक नहीं होने से पुलिस पहले हुड़दंगियों का तमाशा देखती रही फिर दाह संस्कार होते ही खदेड़ दिया। मौहार में अब भी 25 की संख्या में बल मौजूद है, निगरानी जिला मुख्यालय से हो रही है।
ऐसे बिगड़ी बात, एक घंटे तक चली मारपीट
सूत्रों के मुताबिक, यादव परिवार के महेंद्र यादव व पुष्पेंद्र यादव बाइक से गोरेलाल यादव के घर जा रहे थे। रास्ते में गड़रियान मोहल्ले में रुककर दोनों बातें करने लगे। इसी दौरान पाल समाज का जीवनलाल पाल दूध बेचकर बाइक से गांव लौट रहा था। जीवनलाल को लगा कि महेंद्र व पुष्पेंद्र उसे गाली दे रहे हैं और उसने भी भला-बुरा कहा। बताया गया कि यादव समाज के युवकों ने जीवनलाल से हाथापाई कर दी और आगे बढ़ गए। यह घटना करीब 5 बजे ही है। जीवनलाल अपने घर पहुंचा और परिवारजनों को अपने साथ हुई मारपीट के बारे में बताया। पाल समाज के लोग लाठी-डंडा लेकर महेंद्र व पुष्पेंद्र यादव की राह ताकने लगे। बताया गया कि रात करीब 8 बजे पुष्पेंद्र, महेंद्र व संदीप यादव उर्फ लल्ला (मृतक) बाइक से आते दिखे तो घात लगाए बैठे आरोपियों ने उन हमला कर दिया। घटना की जानकारी जब यादव पक्ष को लगी तो वे भी लाठी-डंडा लेकर दौड़ पड़े। दोनों गुटों के बीच एक घंटे तक मारपीट चलती रही। मौके पर पुलिस के पहुंचने पर ही मामला शांत हुआ। इसके बाद घायलों को जिला अस्पताल भेजा गया।
सूत्रों के मुताबिक, यादव परिवार के महेंद्र यादव व पुष्पेंद्र यादव बाइक से गोरेलाल यादव के घर जा रहे थे। रास्ते में गड़रियान मोहल्ले में रुककर दोनों बातें करने लगे। इसी दौरान पाल समाज का जीवनलाल पाल दूध बेचकर बाइक से गांव लौट रहा था। जीवनलाल को लगा कि महेंद्र व पुष्पेंद्र उसे गाली दे रहे हैं और उसने भी भला-बुरा कहा। बताया गया कि यादव समाज के युवकों ने जीवनलाल से हाथापाई कर दी और आगे बढ़ गए। यह घटना करीब 5 बजे ही है। जीवनलाल अपने घर पहुंचा और परिवारजनों को अपने साथ हुई मारपीट के बारे में बताया। पाल समाज के लोग लाठी-डंडा लेकर महेंद्र व पुष्पेंद्र यादव की राह ताकने लगे। बताया गया कि रात करीब 8 बजे पुष्पेंद्र, महेंद्र व संदीप यादव उर्फ लल्ला (मृतक) बाइक से आते दिखे तो घात लगाए बैठे आरोपियों ने उन हमला कर दिया। घटना की जानकारी जब यादव पक्ष को लगी तो वे भी लाठी-डंडा लेकर दौड़ पड़े। दोनों गुटों के बीच एक घंटे तक मारपीट चलती रही। मौके पर पुलिस के पहुंचने पर ही मामला शांत हुआ। इसके बाद घायलों को जिला अस्पताल भेजा गया।
ये हुए घायल, गंभीर को भेजा जबलपुर
संघर्ष में दोनों पक्षों के लोगों के सिर, हाथ, पैर व गर्दन में चोट लगी है। बताया गया कि गुटीय संघर्ष में यादव गुट से शिवचरण (30), गोरेलाल यादव (35), महेन्द्र यादव (22) व पाल गुट से विश्वनाथ पाल (60), लालमन पाल (25) एवं दसई पाल (37 वर्ष) व कमलेश पाल (32) घायल हुए हैं। सभी घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया, जहां से शिवचरण को रीवा रेफर किया गया था। पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है।
संघर्ष में दोनों पक्षों के लोगों के सिर, हाथ, पैर व गर्दन में चोट लगी है। बताया गया कि गुटीय संघर्ष में यादव गुट से शिवचरण (30), गोरेलाल यादव (35), महेन्द्र यादव (22) व पाल गुट से विश्वनाथ पाल (60), लालमन पाल (25) एवं दसई पाल (37 वर्ष) व कमलेश पाल (32) घायल हुए हैं। सभी घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया, जहां से शिवचरण को रीवा रेफर किया गया था। पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है।