ब्रेस्ट फीडिंग कराने से हाइर्पोथर्मिया से होता है बचाव
सतनाPublished: Aug 09, 2019 10:03:32 pm
एकेएस विश्वविद्यालय में विश्व स्तनपान सप्ताह के तहत भाषण प्रतियोगिता
Breast feeding prevents hyperthermia
सतना. अनुपमा एजुकेशन सोसायटी ने विश्व स्तनपान सप्ताह के छठवें दिन एकेएस विश्वविद्यालय में भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया। जिसमें बीएमओ सोहावल के डॉ. अशोक द्विवेदी ने कहा कि शिशु को मां के दूध की पूरी मात्रा 10 से 12 बार में पिलानी चाहिए। स्तनपान कराने से हाइर्पोथर्मिया से बचाव होता है साथ ही मां का बच्चे के प्रति लगाव भी बढ़ता है । महिला बाल विकास जिला कार्यक्रम अधिकारी सौरभ सिंह ने कहा कि बच्चों में बार बार संक्रमण होने के कारण उनका मानसिक विकास नहीं हो पाता हैं। नवजात शिशुओ में मृत्यु का मूल कारण संक्रमण है। अनुपमा की डॉ. शैला तिवारी ने कहा कि शिशु को छह माह तक केवल मां का ही दूध पिलाना चाहिए । मुन्ना लाल शर्मा ने कहा कि शिशु के जन्म के तुरंत बाद स्तनपान कराने से शिशु एवं मॉ दोनो को फ ायदा होता है। इसके बाद छात्रों के बीच प्रतियोगिता शुरू की गई। सभी ने अलग-अलग तथ्य सामने रखे। छात्रा भाव्या सिंह ने अपने कहा कि 60 प्रतिशत माताएं स्तन पान कराना उचित नहीं समझती हैं जिसका असर बच्चो की उम्र बढऩे के साथ दिखने लगता है। पूर्णिमा सोनी ने कहा कि बच्चों के लिए मां का दूध औषधि के रूप में काम करता है। अतिथि सोनी ने कहा कि जो माताएं बच्चो को समय पर स्तनपान कराती हैं उनका स्तन कैंसर से और गर्भाशय की बीमारियों से बचाव होता है। मंच में मौजूद सदस्यों ने पूर्णिमा सोनी पहला , भाव्या सिंह दूसरा व अमृता जायसवाल को तीसरा स्थान मिला । विजेता प्रतिभागियों को शील्ड प्रदान कर सम्मानित किया गया।